Rajasthan Election 2023 : दिल्ली में दो दिन की बैठक राजस्थान कांग्रेस (Rajasthan Congress) के तीन जिम्मेदार नेताओं के साथ हो चुकी है. सूत्रों की मानें तो अब दो और बड़े नेताओं के साथ बैठक हो सकती है. ऐसे में क्या कोई बड़ा हल निकल पाएगा? छत्तीसगढ़ के इस फैसले से राजस्थान में भी हलचल तेज हो गई है. तो क्या छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh Congress) का फॉर्मूला यहां भी आजमाया जा सकता है. सूत्र बता रहे हैं कि दो की बैठक में सिर्फ संगठनात्मक विस्तार और मसलों पर बात हुई है. अब जो राजस्थान को लेकर चर्चा होने की बात बताई जा रही है, उसमें सरकार और चुनाव को मजबूती से लड़ने को लेकर हो सकती है. उसमें कुछ बड़े फैसले हो सकते हैं. राजस्थान कांग्रेस में हलचल तेज हो गई है. हालांकि, पार्टी के अधिकृत नेता कुछ भी नहीं कह पा रहे हैं. 


संगठन विस्तार में सबका ध्यान 


सूत्र बता रहे हैं कि पार्टी के संगठन विस्तार में सभी को ध्यान में रखे जाने की बात हो रही है. इसीलिए लिस्ट जारी करने से पहले उसपर मंथन हुआ है, जिसमें प्रभारी रंधावा, अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और तीनों सहप्रभारी भी रहे. इनकी बात को सुनकर और पार्टी की आंतरिक रिपोर्ट के आधार पर संगठन में लोगों को जिम्मेदारी दी जाएगी. सूत्रों का कहना है कि संगठन विस्तार एक बड़ा मसला बन गया है, जिसे ठीक से हल करने की कोशिश जारी है. 


नेताओं और विधायकों में 'सन्नाटा'


छत्तीसगढ़ में टीएस सिंह देव को डिप्टी सीएम बनाने की घोषणा होने के बाद राजस्थान में ज्यादा हलचल है. छत्तीसगढ़ की तरह ही यहां पर भी विधान सभा के चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में यहां पर नेताओं और विधायकों में एक अजब सा सन्नाटा देखा जा रहा है. कुछ भी बदलाव होने की संभावना बताई जा रही है. कोई भी बड़ा फैसला हो सकता है. इसपर सबकी नजर टिकीं हुई है. 


यह भी पढ़ें: Rajasthan: राजनाथ सिंह बोले- 'मैं किसी प्रधानमंत्री की आलोचना नहीं करता, चाहे वह किसी दल का हो'