Rajasthan Election 2023: राजस्थान में शनिवार यानी आज विधानसभा चुनाव के लिए सुबह सात बजे से वोटिंग शुरू हो चुकी है. ऐसे में उदयपुर की बत करें तो, यहां 21 लाख से ज्यादा मतदाता जिले की 8 विधानसभा सीटों के लिए प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे. यहां की स्थिति को देखा जाए तो 8 विधानसभा सीटों में से एक विधानसभा में त्रिकोणीय मुकाबला है, तो 7 विधानसभा में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर होगी. हालांकि, क्षेत्रीय पार्टियों के प्रत्याशी भी मैदान में हैं, जो गणित बिगाड़ सकते हैं. उदयपुर जिले में बीजेपी, कांग्रेस सहित क्षेत्रीय पार्टियों और निर्दलीय 73 प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरे हैं.


उदयपुर की 8 विधानसभा सीटों में बीजेपी-कांग्रेस तो है ही, इनके साथ में भारतीय ट्राइबल पार्टी और अपना पहला चुनाव लड़ने उतरी भारत आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी भी मैदान में हैं. सवाल यह उठता है कि यह पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस का गणित कैसे बिगाड़ सकती हैं. इन 8 विधानसभाओं में से 5 विधानसभा जनजाति आरक्षित विधानसभा हैं. यहां जनजातीय वोटर्स ही जीत हार तय करते हैं. इन्हीं आदिवासियों के नाम से यह दोनों पार्टियां मैदान में हैं. उदाहरण एक यह भी है कि पिछले चुनाव में गणित बिगड़ने के साथ भारतीय ट्राइबल पार्टी ने डूंगरपुर जिले की 2 विधानसभा सीटों पर जीत भी हासिल कर ली थी. 

 

इनके बीच होगी टक्कर

 

उदयपुर शहर विधानसभा में कांग्रेस से गौरव वल्लभ और बीजेपी से ताराचंद जैन मैदान में हैं. इसी उदयपुर ग्रामीण में बीजेपी से फूल सिंह मीणा और कांग्रेस से विवेक कटारा, सलूंबर में कांग्रेस से रघुवीर सिंह मीणा और बीजेपी से अमृत लाल मीणा, गोगुंदा से बीजेपी से प्रताप भील और कांग्रेस से मांगीलाल गरासिया, मावली ने कांग्रेस से पुष्कर डांगी और बीजेपी से कृष्ण गोपाल पालीवाल, झाडोल में बीजेपी से बाबूलाल और कांग्रेस से हीरालाल दरांगी, खेरवाड़ा में कांग्रेस से दयाराम परमार और बीजेपी से नानालाल अहारी की आमने सामने सीधी टक्कर है. वही वल्लभनगर विधानसभा में तीन पार्टियों का त्रिकोणीय मुकाबला है, जहां कांग्रेस से प्रीति शक्तावत, बीजेपी से उदयलाल डांगी और जनता सेना से दीपेंद्र कुंवर मैदान में हैं.