Rajasthan Election 2023: राजस्थान में कांग्रेस पार्टी के विज्ञापन वाले पोस्टर में अब बड़ा बदलाव आ गया है. प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तस्वीर वाले पोस्टर और होर्डिंग दिख रहे थे अब वो बदल दिए गए हैं. डोटासरा की तस्वीर पोस्टर से गायब हो गई है. अब जयपुर में लगे नए पोस्टरों में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी, सचिन पायलट को जगह मिली है. सूत्रों का कहना है कि पिछले दिनों गोविन्द सिंह डोटासरा के घर पर ईडी के छापे पड़े थे. उसे लेकर कांग्रेस पार्टी ने नई रणनीति के तहत पोस्टर में आलाकमान की एंट्री करा दी है.


गौरतलब है कि पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ही तस्वीर पोस्टर में लगी रहती थी. जिसे लेकर बाद में जयपुर से दिल्ली तक हंगामा हुआ और उस विज्ञापन वाले पोस्टर में कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा को जगह मिल पाई थी. मतदान के लिए मात्र 12 दिन और बचे हैं. इस तरह से हुए ये बदलाव कई संकेत दे रहे हैं. 


भाजपा के इन अभियानों का 'असर' 


यहां पर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के अभियान को भ्रष्टाचार से जो जोड़ा है. जैसे 'कर्ज में किसान, नहीं सहेगा राजस्थान', 'भ्रष्टाचार खुलेआम, नहीं सहेगा राजस्थान', 'अपराध बेलगाम, नहीं सहेगा राजस्थान', 'पेपरलीक से युवा परेशान, नहीं सहेगा राजस्थान', 'बहन बेटियों का अपमान, नहीं सहेगा राजस्थान' जैसे मुद्दों पर भाजपा यहां की कांग्रेस सरकार को घेर रही है. भाजपा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी लगातार भ्रष्टाचार का आरोप लगा रही है तो कहीं इसका असर कांग्रेस के नए चुनावी पोस्टर्स पर नहीं पड़ गया है. 


नेता प्रतिपक्ष ने खुलकर लगाया था आरोप 


नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर भर्ती लीक मामले में आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा के पकड़े जाने के बाद पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और उनके परिवार पर बड़ा आरोप लगाया था. राजेन्द्र राठौड़ ने कहा था कि कटारा की मेहरबानी से ही डोटासरा का पूरा कुनबा आरएएस बन गया है. 


क्या है यह पूरा खेल ? 


नए अभियान के तहत कांग्रेस पार्टी ने 'काम किया है दिल से, कांग्रेस फिर से' के बैनर और पोस्टर लगवा चुकी थी. जिनमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की बड़ी-बड़ी बराबर की तस्वीर लगी है. मगर, अब अशोक गहलोत की तस्वीर दिख रही है लेकिन गोविंद सिंह डोटासरा की तस्वीर गायब है. उनकी जगह राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी और प्रियंका गाँधी की लग गई है. डोटासरा की तस्वीर हटने के पीछे भ्रष्टाचार के आरोप को बड़ी वजह माना जा रहा है. दो दिन पहले सोशल मीडिया पर ट्रेंड हुआ था कि तस्वीरें हटाने के पीछे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की जाट विरोधी नीति हो सकती है. इसके पहले कई बार ऐसे आरोप लग चुके हैं. वहीँ कांग्रेस के महासचिव और प्रवक्ता स्वर्णिम चतुर्वेदी का कहना है कि ये पोस्टर में बदलाव इसलिए हुए हैं, क्योंकि, अब जितने स्टार प्रचारक हैं उनकी तस्वीर लगी है. ये हर जगह जरूरत के हिसाब से लगाया जा रहा है.