Bharatpur Assembly Election: राजस्थान के विधानसभा चुनाव कुछ महीनों के बाद ही होने वाले है. चुनाव से संबंधित चाहे जिला प्रशासन हो पुलिस हो या राजनीतिक पार्टियां, सभी चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी द्वारा भरतपुर में पैर जमाने के लिए अभियान की शुरुआत की है. रालोपा ने भरतपुर जिले में सदस्यता अभियान चलाया है.


प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसको लेकर सभी पार्टियां तैयारियों में लग गई हैं. इसी बीच राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी भी भरतपुर में अपनी पकड़ मजबूत करने की तैयारी कर रही है. रालोपा का सदस्यता अभियान चलाया गया, जिसमें मनुदेव सिनसिनी को डीग का जिला अध्यक्ष बनाया गया है और भरतपुर का जिलाध्यक्ष नीतू हंतरा को बनाया गया है. 


हनुमान बेनीवाल ने सदस्यता अभियान चलाया है
सदस्यता कार्यक्रम में मनुदेव सिनसिनी ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है, लोग हनुमान बेनीवाल पर भरोसा करते हैं. हनुमान बेनीवाल किसान, मजदूर, दलितों की लड़ाई लड़ रहे हैं. वह जनता को स्वच्छ शासन देना चाहते हैं. ऐसे व्यक्ति के साथ हम कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं. हनुमान बेनीवाल ने सदस्यता अभियान चलाया है.


हमें आमजन से जुड़कर व्यवस्था परिवर्तन की इस लड़ाई में अपना पूरा सहयोग देना है. जनता बिजली, पानी, सड़क, रोजगार, स्वास्थ्य जैसे मुद्दों को लेकर नेताओं को वोट देती है, लेकिन सत्ता में आने के बाद नेता जनता से दूरी बना लेते हैं. 


यदुनाथ सिंह बने भरतपुर विधानसभा के संयोजक
सदस्यता अभियान में नीतू हंतरा को भरतपुर के जिला अध्यक्ष की कमान सौंपी गई. यदुनाथ सिंह को भरतपुर विधानसभा का संयोजक बनाया गया. कप्तान सिंह को वैर विधानसभा का संयोजक बनाया गया. जवाहर सिंह को डीग-कुम्हेर विधानसभा का संयोजक बनाया गया. इस दौरान कार्यक्रम में सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे. अब देखने वाली बात यह होगी की इस बार आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी चुनाव की तैयारी कर रही है. मतदाता किसे अपना मत देकर विजयी बनाते हैं.


50 वर्ष से जाट विधायक नहीं है
भरतपुर विधानसभा सीट पर कांटे की टक्कर मानी जा रही है. भरतपुर के जाट समाज के नेता भी भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों से जाट को टिकट देने की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि अगर इस बार दोनों पार्टियों ने जाट को अपना प्रत्याशी नहीं बनाया तो महापंचायत कर निर्णय लिया जाएगा और एक प्रत्याशी का चयन कर उसे मैदान में उतारा जाएगा. सभी जाट मतदाता उसे वोट देकर विधानसभा भेजेंगे. भरतपुर विधानसभा सीट पर लगभग 80 हजार मतदाता जाट हैं लेकिन 50 साल से जाट विधायक नहीं है. 


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