Rajasthan Election 2023: राजस्थान में जयंत चौधरी का बड़ा दावा, कहा- 'उन सीटों पर टिकट दें जिन पर कांग्रेस नहीं जीत पाई...'
Rajasthan Election 2023: जयंत चौधरी ने राजस्थान के सभी सांसदों पर निशाना साधते हुए कहा कि एक भी सांसद ने लोकसभा में ईआरसीपी का मुद्दा नहीं उठाया. ERPC एक महत्वाकांक्षी योजना है.
राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी आज भरतपुर पहुंचे और युवा किसान सम्मेलन को संबोधित किया. ष्ट्रीय लोकदल के मुखिया जयंत चौधरी आज भरतपुर शहर विधानसभा क्षेत्र के जाटौली रातभान गांव पहुंचे, जहां उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन किया. इस दौरान जयंत चौधरी ने एक किसान सभा को भी संबोधित किया. विधानसभा चुनावों को लेकर जयंत चौधरी ने कहा कि आगे भी हम पर भरोसा किया जा सकता है. हम उम्मीद करते हैं कि हमें और भी जगह दी जाए. क्योंकि लोकदल पुराना चेहरा है. हमारी पार्टी की पुरानी पहचान है.
जयंत चौधरी ने राजस्थान के सभी सांसदों पर निशाना साधते हुए कहा कि एक भी सांसद ने लोकसभा में ईआरसीपी का मुद्दा नहीं उठाया. ERPC एक महत्वाकांक्षी योजना है. उसको लेकर केंद्र सरकार ने कोई मदद नहीं दी, जबकि प्रदेश की सरकार की मांग है कि इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित की जाए जिससे 13 जिलों के लोगों की पानी की समस्या का समाधान हो सके. प्रदेश सरकार ने खुद ही बजट में इसका प्रावधान किया.अशोक गहलोत कह चुके हैं, जितने भी संसाधन लगाने पड़े लगाए जायेंगे और परियोजना को आगे बढ़ाया जायेगा. जिस सीट को कांग्रेस न जीत पाई हो उसे हम जीत कर दिखा सकते हैं विधानसभा चुनावों को लेकर जयंत चौधरी ने कहा कि हम इंडिया के घटक दल हैं.
राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया जयंत चौधरी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि पिछली बार दो सीटों पर गठबंधन हुआ था लेकिन इस बार हम ज्यादा सीट पर चुनाव लड़ना चाहते हैं और हम चाहते है कि इस बार ज्यादा सीटों पर गठबंधन किया जाए कांग्रेस के साथ.जिन सीटों को कांग्रेस कई बार से चुनाव हार रही है उन सीटों को राष्ट्रीय लोकदल को दिया जाये राष्ट्रीय लोक दल उन सीटों को जीत कर दिखाएगी.
जयंत ने कहा कि हमारी पार्टी पूरे राजस्थान की सभी विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने नहीं जा रही है. हम सिर्फ उन सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं जिन पर कांग्रेस और राष्ट्रीय लोकदल का गठबंधन मजबूती से उभरा है. राजस्थान का बृज क्षेत्र राष्ट्रीय लोकदल के साथ पहले से जुड़ा हुआ है. हम चाहते हैं कि चूरू सीकर झुंझुनू इलाकों में भी हमारी पार्टी का विस्तार हो. हमारा गठबंधन मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगा इसके अच्छे परिणाम आएंगे और जो ट्रेंड राजस्थान में अभी तक रहा है एक बार कांग्रेस एक बार भाजपा उसको तोड़ने का काम किया जाएगा.
राष्ट्रीय लोकदल का भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन के सवाल पर जयंत चौधरी ने अटकलों पर भी बिराम लगाते हुए कहा कि उनकी भाजपा के साथ हमारी कोई वार्ता नहीं हुई है. 3 अक्टूबर की भी अपनी एक कहानी है. उत्तर प्रदेश का एक जिला है लखीमपुर में एक नरसंहार हुआ था. आज भी आंखों के सामने वह दृश्य आता है. वहां किसानों को गाड़ी के नीचे रौंद दिया गया.
जानबूझकर किसानों की हत्या की गई. उनकी आत्माएं आज भी दुखी होंगी. घटना को 2 साल हो गए हैं. अभी तक लोकल कोर्ट में उनकी सुनवाई चल रही है, क्योंकि उसमें ग्रह मंत्री के बेटे दोषी हैं.उनको बचाने में पूरी सरकार लगी थी. 2 साल के अंदर सिर्फ 5 लोगों की गवाही हो पाई है.
सरकार से मांग करते हैं. जब तक किसानों को न्याय नहीं मिलेगा तब तक उस तारीख को हम भूलेंगे नहीं. राष्ट्रीय लोकदल के मुखिया जयंत चौधरी का 21 मीटर लम्बा साफा बांध कर और प्रतीक चिन्ह हल देकर स्वागत सम्मान किया गया.