Rajasthan Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए अभी बीजेपी ने मात्र 124 सीटों पर ही प्रत्याशी को उतारा है. ऐसे में जिन सीटों पर प्रत्याशी मैदान में नहीं है वहां पर मंथन जारी है. करौली विधानसभा सीट पर दो बार से चुनाव हार रही बीजेपी भी इस बार नए चेहरे की तलाश में है. दो दिन पहले करौली में हुई गुर्जर महापंचायत में एक बड़ा बदलाव आया है. जहां पर एक बड़ा निर्णय लिया गया है.
बीजेपी से टिकट मांग रहे अशोक सिंह धाभाई को इस महापंचायत में गुर्जर समाज ने समर्थन दिया है. इसमें बड़ा पेंच तब फंस गया था जब पूर्व विधायक दर्शन सिंह गुर्जर ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान कर दिया था. मगर, अब उन्होंने भी अशोक के लिए समर्थन करने की बात कह दी है. इस सीट पर बीजेपी दो बार से लगातार हार रही है. इसलिए इस महापंचायत का बड़ा मतलब निकाला जा रहा है.
ऐसे हुआ एलान
जानकारी के अनुसार कांग्रेस से टिकट कटने के बाद नाराज होकर पूर्व विधायक दर्शन सिंह गुर्जर ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था. इस महापंचायत में पूर्व विधायक दर्शन सिंह गुर्जर के प्रतिनिधि पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष करौली भरत सिंह गुर्जर ने कहा कि अगर बीजेपी अशोक सिंह धाभाई को टिकट देती है तो हम निर्दलीय चुनाव नहीं लड़ेंगे बल्कि अशोक सिंह धाभाई का समर्थन करेंगे. इस वीडियो के आने के बाद से करौली की राजनीति का पारा है.
कुछ ऐसा रहा है चुनाव का हाल
दरअसल, पिछले चुनाव में करौली जिले की चारों सीटों पर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था. इसलिए बीजेपी ने अपनी रणनीति थोड़ी सी बदली है. अभी यहां पर प्रत्याशी को मैदान में नहीं उतारा है. यहाँ पर मजबूत चेहरे पर पार्टी दांव लगाएगी. ऐसे में अब इस घटनाक्रम के बाद यहां की राजनीति में बदलाव हो सकता है. 2018 में बसपा से लाखन सिंह मीना ने दर्शन सिंह गुर्जर को चुनाव में हरा दिया था. गौरतलब है कि बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए लाखन सिंह मीना को कांग्रेस ने करौली विधानसभा से प्रत्याशी घोषित कर दिया है.