Rajasthan Election: कोटपूतली सीट पर काम आएगा कांग्रेस का 'सचिन पायलट' फैक्टर या BJP खोलेगी खाता? जानें जनता का झुकाव किस तरफ
Kotputli Vidhan Sabha: कोटपूतली विधान सभा सीट पर कांग्रेस के लिए बढ़ी चुनौती, भाजपा ने भी बनाया बड़ा प्लान, सचिन पायलट का पड़ेगा असर.
![Rajasthan Election: कोटपूतली सीट पर काम आएगा कांग्रेस का 'सचिन पायलट' फैक्टर या BJP खोलेगी खाता? जानें जनता का झुकाव किस तरफ Rajasthan Election 2023 Kotputli Assembly Seat Congress Sachin Pilot BJP Gurjar Caste Politics ANN Rajasthan Election: कोटपूतली सीट पर काम आएगा कांग्रेस का 'सचिन पायलट' फैक्टर या BJP खोलेगी खाता? जानें जनता का झुकाव किस तरफ](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/09/05/0b44aff13955546f03013eedfaa014fa1693922245197129_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Rajasthan Assembly Election: राजस्थान की कोटपूतली विधानसभा सीट बेहद महत्वपूर्ण है. इस सीट पर कांग्रेस हैट्रिक लगाने के लिए पूरा प्रयास कर रही है. मगर, बीजेपी खाता खोलने के लिए बेताब है. इस सीट पर बेहद कड़ा मुकाबला हो सकता है. बीजेपी और कांग्रेस के बीच यहां पर हमेशा सीधा मुकाबला रहता है. मगर, इस सीट पर इस बार सचिन पायलट का फैक्टर ज्यादा काम करेगा. कांग्रेस के लिए सचिन पायलट कितनी मेहनत कर पाएंगे यह देखना दिलचस्प होगा.
क्या पायलट यहां से कांग्रेस को जीत दिला पाएंगे? इसलिए कांग्रेस यहां से किसी गुर्जर को मैदान में उतार सकती है. वहीं, बीजेपी भी किसी बड़े गुर्जर चेहरे को यहां से मैदान में उतार सकती है. कांग्रेस ने इसे जिला भले बना दिया हो, लेकिन यहां पर सचिन पायलट फैक्टर बहुत काम का है. पीने का साफ़ पानी और स्वास्थ्य यहाँ का बड़ा मुद्दा है.
कोटपूतली सीट पर इनका है प्रभाव
कोटपूतली विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक मतदाता गुुर्जर, यादव और राजपूत जाति के हैं. इसलिए इस विधानसभा क्षेत्र से विभिन्न राजनीतिक दल इन्हीं जातियों से ताकत रखने वाले प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारते हैं. कांग्रेस इस बार किसी गुर्जर को मौक़ा देना चाहती है. ऐसे में बीजेपी भी गुर्जर या दलित पर दांव लगाने के प्रयास में है.
कोटपूतली में प्रत्याशी महत्वपूर्ण
कोटपूतली निवासी गर्वित बंशल का कहना है कि इस बार यहां पर चुनाव में सबकी नजरें बीजेपी के प्रत्याशी पर टिकीं हुई है. वहीं कांग्रेस की तरफ से राजेंद्र यादव दावेदारी कर रहे हैं. बीजेपी यहां पर किसी बड़े चेहरे को मैदान में उतारती है तो बीजेपी को लाभ हो सकता है. कोटपूतली में भीम पटेल सक्रिय माने जाते हैं. भीम पहले युवा कांग्रेस में बतौर प्रदेश महासचिव भी रह चुके हैं.
इन्हें अशोक चांदना का करीबी माना जाता है. यदि भीम पटेल को कांग्रेस टिकट देती है तो कांग्रेस फायदे में रह सकती है. कोटपूतली जिले के शाहरुख टांक का कहना है कि यहां युवा प्रत्याशी बेहतर रहेगा.
आंकड़ों में कोटपूतली का चुनाव
इस सीट पर कुल 2,223,97 मतदाता हैं. जिसमें पुरुष 118394 और महिला 104003 वोटर्स हैं. वर्ष 2018 में इस सीट पर 76.87, वर्ष 2013 में 77.36 और 2008 में 65.5 मतदान हुआ था. वर्ष 2013 में राजेंद्र सिंह यादव ( Rajendra Singh Yadav) को 24,687 वोटों से जीत मिली थी. वर्ष 2018 में कांग्रेस के राजेंद्र यादव को 57114, बीजेपी के मुकेश गोयल को 43238, आरएलपी के रामश्वरूप को 28353, निर्दलीय हंसराज को 24960 वोट मिले थे. वर्ष 2013 में कांग्रेस के राजेंद्र यादव को 47,973 बीजेपी के बनवारी लाल यादव को 23,286, निर्दलीय रामश्वरूप को 17,497 और निर्दलीय हंसराज को 15,878 को वोट मिले थे. वर्ष 2008 में रामस्वरुप को निर्दलीय के रूप में जीत मिल गई थी. साल 1980 से लेकर अब तक कोटपूतली विधानसभा क्षेत्र में हुए चुनाव में चार बार बीजेपी तथा चार बार कांग्रेस ने सफलता हासिल की है.
यह भी पढ़ें: Rajasthan: 'शिगूफे छोड़ना BJP की पुरानी आदत', सचिन पायलट का केंद्र सरकार से सवाल- लुकाछिपी का खेल क्यों खेला जा रहा?
![IOI](https://cdn.abplive.com/images/IOA-countdown.png)
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![शिवाजी सरकार](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/5635d32963c9cc7c53a3f715fa284487.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)