Rajasthan Elections 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर घमासान मचा हुआ है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टी के नेता एक दूसरे पर अलग अलग मुद्दों को लेकर वार कर रहे हैं. ऐसे में उदयपुर में अधिकारी की कुर्सी को लेकर घमासान मचा हुआ है.


बीजेपी और कांग्रेस के पूर्व और वर्तमान विधायक आमने सामने हो गए हैं. यहां तक कि निर्वाचन आयोग को शिकायत तक करने की बात सामने आई है. मामला उदयपुर से टूटकर नई बने सलूंबर जिले का है. यहां वर्तमान विधायक अमृत लाला मीणा और पूर्व विधायक रघुवीर सिंह मीणा (उदयपुर सांसद भी रहे) आमने सामने हो गए हैं. जानिए क्या हुआ मामला.


एक वीडियो वायरल होने से शुरू हुआ मामला


 

दरअसल हुआ यूं कि बीजेपी प्रत्याशी और दो बार से लगातार विधायक अमृत लाल मीणा सलूंबर पंचायत समिति कार्यालय पहुंचे थे. वहां उनके साथ दो अन्य व्यक्ति भी साथ में थे. तीनों कार्यालय के भीतर पहुंचे तो ब्लॉक सांख्यिकी अधिकारी ने पूर्व विधायक मीणा को देखकर कुर्सी छोड़ दी. इसके बाद पूर्व विधायक मीणा कुर्सी पर बैठ गए. मीणा वहां करीब 10 मिनट रुके और राजीव गांधी युवा मित्रों के बारे में जानकारी जुटाई. कुछ और बातचीत करने के बाद विधायक मीणा यहां से निकल गए. लेकिन विधायक के सांख्यिकी अधिकारी की कुर्सी पर बैठने का किसी ने वीडियो बना लिया, वायरल हो गया. यहां से आचार संहिता का उल्लंघन होने की बात करते हुए विवाद शुरू हो गया. 

 

कांग्रेस ने दर्ज कराई शिकायत

इस मामले को लेकर कांग्रेस के पूर्व सांसद और पूर्व विधायक रघुवीर सिंह मीणा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि नेता, कर्मचारी और अधिकारी सभी को आदर्श आचार संहिता की पालना करनी चाहिए. जिम्मेदार जनप्रतिनिधि की ये हरकत गैर जिम्मेदाराना अपराध है.

आचार संहिता के कायदों को नहीं मानना भी लोकतंत्र का अपमान है. उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारी, जिसकी पहचान उसकी कुर्सी से जुड़ी हुई हो. ऐसी किसी कुर्सी पर जनप्रतिनिधि हो या अन्य कोई व्यक्ति नहीं बैठ सकता है. उसे सामने की सीट पर ही बैठना होता है. रिटर्निंग अधिकारी को इसकी शिकायत की है. वहीं अमृत लाल मीणा का कहना है कि कार्यालय में गया था. अधिकारी ने बैठने के लिए कुर्सी दी तो बैठा था. कांग्रेस प्रत्याश जबरन मामला बना रहे हैं.