Rajasthan Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी ने अधिकतर सीटों पर सूचियां जारी कर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं. कहीं पर कांग्रेस तो कहीं बीजेपी में टिकट कटने के बाद में विरोध हो रहे है, लेकिन मेवाड़ की बात करें तो बीजेपी को सबसे भारी विरोध चित्तौड़गढ़ विधानसभा पर झेलना पड़ रहा है. यहां दो बार से विधायक चंद्रभान सिंह आक्या का टिकट काट कर इसी सीट से विधायक रहे नरपत सिंह राजवी को प्रत्याशी घोषित किया है.


इसके बाद से ही लगातार चित्तौड़ में विरोध हो रहे हैं. बड़ी बात तो यह है कि एबीपी से बात कर चंद्रभान सिंह आक्या ने कहा कि मैं तो चुनाव लड़ूंगा. अब ऐसे में बीजेपी का गढ़ कहे जाने वाली चित्तौड़गढ़ सीट पर बीजेपी पर संकट आ गया है. जानिए चंद्रभान सिंह आजा ने कैसे रखा अपना पक्ष.


युवा संवाद ने सैकड़ों कार्यकर्ता जुटे, की नारेबाजी

 

बीजेपी द्वारा जारी प्रत्याशी सूची में चित्तौड़गढ़ सीट पर आक्या का टिकट कटने पर हो रहे विरोध में युवा संवाद कार्यक्रम हुआ. इसमें सैकड़ों की संख्या ने कार्यकर्ता और पदाधिकारी पहुंचे. बड़ी बात तो यह कि नरपत सिंह राजवी के खिलाफ गो बैक के नारे लगे. साथ ही शहरभर में पोस्टर भी लगाए गए जो चंद्रभान के पक्ष में थे. सभी मिलकर प्रत्याशी सूची का विरोध कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि आज सांवलिया जी में एक बैठक भी होने वाली है. इसमें जहां भी विरोध हो रहे हैं उनसे बात की जाएगी.

 

एबीपी से क्या कहा चंद्रभान ने जानिए

 

चंद्रभान सिंह आक्या ने कहा कि कार्यकर्ता साथ है और विरोध कर रहे हैं. इसलिए मैं तो चुनाव लडूंगा. एबीपी ने निर्दलीय लड़ने पर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि अभी इसके बारे ने सोचा नहीं. पार्टी पर पूरा भरोसा है कि वह साथ देगी और बदलाव करेगी. साथ ही बदलाव के सवाल पर कहा कि नरपत सिंह राजवी चित्तौड़गढ़ से विधायक रहे. उनके जाते ही मुझे नहीं लाया गया था. उनके बाद श्री चंद कृपलानी चुनाव लड़े थे और उनकी हार हुई थी. उसके बाद मुझे लाया गया. पार्टी नेतृत्व पर भरोसा है.