Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए आज पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने टोंक से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया. इस दौरान मीडिया से बातचीत के दौरान पायलट ने एक बार फिर सीएम अशोक गहलोत के साथ 'मतभेद' को लेकर बयान दिया है. उनका ये बयान ऐसे समय में आया है जब राजस्थान में 25 नवंबर को मतदान होने जा रहा है.


दरअसल, एक पत्रकार ने सचिन पायलट से सवाल किया कि क्या अभी भी आपके और अशोक गहलोत के बीच मनभेद है. इस सवाल के के जवाब में पायलट ने कहा कि हम सब मिलकर काम कर रहे हैं पार्टी के लिए काम कर रहे हैं कि कैसे कांग्रेस को फिर से बहुमत में लेकर आएं. जो 2013 में हमारी हार हुई थी उस परिपाटी को कैसे तोड़ा जाए. 


'हम सब मिलकर काम कर रहे'
इसके अलावा सचिन पायलट ने ये भी कहा, "मुझसे राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा सचिन पायलट सब भूल जाओ, माफ करो और आगे बढ़ो. हम सब आगे बढ़ चुके हैं और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं."


एंटी इनकंबेंसी की चुनौती?
सचिन पायलट ने सरकार की एंटी इनकंबेंसी को लेकर कहा कि साल 2013 में कांग्रेस 21 पर सिमट गई थी. इसके बाद हम सबने मिहनत की और हमारी सरकार आई. हमारी जिम्मेदारी है कि फिर से सरकार बने और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनेगी. केंद्र सरकार ने कोई मदद नहीं की लेकिन फिर भी सरकार ने विकास किया. 


सीएम पद को लेकर दिया ये जवाब
अशोक गहलोत कहते हैं कि सीएम का पद उन्हें नहीं छोड़ रहा. इसके जवाब में पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा, "हमें पद खुद के लिए नहीं पार्टी के लिए चाहिए होता है ताकि लोगों है लिए काम कर सकें. कौन किस पद पर बैठेगा ये विधायक और नेतृत्व तय करेगा." 


पेपर लीक पर क्या बोले पायलट?
पेपर लीक का मुद्दा और ईडी के छापे को लेकर कहा कि ये युवाओं का मुद्दा है . हमारे आंदोलन के बाद सरकार ने पेपर लीक के मामले में उम्र कैद का कानून बनाया.  ईडी के छापे राजनीति से प्रेरित हैं. बीजेपी हार बर्दाश्त नहीं कर पा रही.


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