Rajasthan Elections 2023: कांग्रेस पर गरजे सतीश पूनियां, मेवात में बोले- 'क्या सरकार गूंगी-बहरी है? लव जिहाद से लैंड जिहाद तक...'
Rajasthan Election 2023: सतीश पूनियां ने कहा, 'गहलोत सरकार के शासन में कोई वर्ग वंचित नहीं रहा जिसको तकलीफ न हुई हो. राजस्थान का 70 लाख से ऊपर किसान आज भी कर्जामाफी की वादाखिलाफी का दंश झेल रहा है.'
Rajasthan Election 2023: राजस्थान के उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनियां (Satish Poonia) ने मेवात क्षेत्र में जाकर अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने अलवर जिले के तिजारा में स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad Jayanti) की जयंती पर आयोजित जनसभा में कई बातें कही हैं. सतीश पूनियां ने कहा, 'आज सुखद संयोग है कि भारत माता के लाल चंद्रशेखर आजाद की जयंती है और अमर सेनानी बाल गंगाधर तिलक की भी जयंती है. श्रद्धा से याद करना चाहूंगा स्वर्गीय जगमाल यादव को, मैं उस समय युवा मोर्चा में काम करता था. जगमाल सिंह यादव और जगत सिंह ने तत्कालीन मुख्यमंत्री भैरों सिंह शेखावत के साथ मिलकर राष्ट्रवाद की सरकार को बनाने और बचाने का बीड़ा उठाया था.
सतीश पूनियां के बाद, 'मुझे अच्छे तरीके से याद है कि गठबंधन की सरकार थी, भाजपा के सदस्य भी जीते थे, जनता दल के सदस्य भी जीते थे. लेकिन गठबंधन की सरकार को सफलता से कैसे चलाया जाए यह उदाहरण भैरों सिंह शेखावत ने पेश किया और भैरों सिंह की मदद करने का काम जगमाल सिंह यादव और जगत सिंह ने किया और इस सरकार ने किसानों और गरीबों के उत्थान के लिए काम किया.
'पीएम खाली हाथ नहीं आ रहे हैं'
पूनियां ने कहा कि 27 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीकर आएंगे, लेकिन वह सीकर खाली हाथ नहीं आएंगे, राजस्थान ही नहीं हिंदुस्तान के करोड़ों किसानों के खातों में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की राशि भेजकर उन्हें संबल देंगे. 2018 में कांग्रेस की सरकार बनी, और सरकार बनने के दौरान राजभवन में दो-दो मुख्यमंत्रियों के नारे लगे, यह वही सरकार है जो 52 दिन बाड़े में बंद रही.
कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार के शासन में कोई वर्ग ऐसा वंचित नहीं रहा जिसको तकलीफ नहीं हुई हो, राजस्थान का 70 लाख से ऊपर किसान आज भी कर्जामाफी की वादाखिलाफी के दंश को झेल रहा है. राजस्थान के सवा करोड़ बेरोजगार युवाओं ने परीक्षा दी, नौकरी एक लाख को दी, कितने सारे नौजवान अवसाद में चले गए, उससे भी ज्यादा तकलीफ पेपर लीक की घटना है.
किसानों को उठाना पड़ा यह कदम
पूनियां ने कहा कि राजस्थान के सैकड़ों किसानों को आत्महत्या करने पर मजबूर होना पड़ा, श्रीगंगानगर जिले के रायसिंहनगर के ठाकरी गांव के किसान ने तो सुसाइड करने से पहले वीडियो जारी किया जिसमें उसने कहा कि कर्जे से तंग आकर आत्महत्या कर रहा हूं, मेरी मौत का जिम्मेदार कोई है तो राजस्थान का मुख्यमंत्री है. मैंने विधानसभा में कहा कि पेपर लीक तभी होता है जब सरकार वीक होती है, इस वीक कांग्रेस सरकार ने नौजवानों के सपनों को तोड़ने का काम किया है.
मेवात के इस इलाके में किस तरीके से लव जिहाद और लैंड जिहाद को पनपाया जा रहा है, जिस तरीके से चुनौती के रूप में खड़ा किया जाता है, क्या राजस्थान की कांग्रेस सरकार गूंगी बहरी है? किसी ने सही कहा कि यह अलीबाबा चालीस चोर की सरकार है जिसने अपराधों पर आंखें मूंद रखी हैं.