Rajasthan Election 2023: राजस्थान में विधान सभा चुनाव के लिए तारानगर विधान सभा सीट बेहद ख़ास बन गई है. यहां से भाजपा ने अपने अजेय नेता राजेंद्र राठौड़ को मैदान में उतार दिया है. तो कांग्रेस ने तारानगर के वर्तमान विधायक नरेंद्र बुढ़ानिया को टिकट दिया है. रोचक बात यह कि इस सीट पर किसान आंदोलन का भी असर रहा है.


इस सीट से नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ वर्ष 2008 में विधायक रह चुके हैं. नरेंद्र बुढ़ानिया चूरू लोकसभा सीट से कई बार सांसद रहे हैं. यहां पर निर्दलीय खेल को रोचक बना देता है. पिछले चुनाव में डॉ चंद्रशेखर बैद को निर्दलीय के रूप में 41 हजार वोट मिले थे. इस सीट पर सीपीआईएम को भी 10 हजार मत मिल जाते हैं. इसबार मामला बेहद रोचक है. 


राजेंद्र और नरेंद्र के बीच 'किसान' 


तारानगर सीट पर कुल 254742 मतदाता है. जिनमें से 133756 पुरुष और 1,11,818 महिला 120986 वोटर्स हैं. यहां पर प्रतिशत 74.86%.मतदान हुआ था. यहां पर हर चुनाव में निर्दलीय चुनाव लड़ते हैं. हर बार यहां पर 70 हजार मत अन्य दलों को चला जाता है. जिसका असर यहां के चुनाव में दिखता है. इस बार दोनों दलों के नेता राजेंद्र और नरेंद्र के सामने वहीँ चुनौती है. यहां पर बसपा और सीपीआईएम दोनों दल अपनी पूरी ताकत झोंक देते हैं. इसलिए यहां पर इस बार बसपा और सीपीआईएम की अहम भूमिका रहेगी. 


जाट और अन्य पर नजर 


इस सीट पर जाट और अन्य जातियों की बड़ी संख्या है. यहां पर किसानों को रिझाने के लिए भाजपा पूरा जोर लगा रही है. कांग्रेस भी अपनी तरफ से पूरा जोर लगा रही है. इसके लिए यहां पर कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा को भी पार्टी यहां पर लगाएगी. भाजपा के सभी दिग्गज नेता यहाँ पर डटेंगे. अन्य जातियों का यहां पर क्या रुझान इस बार क्या रहेगा यह भी रोचक रहेगा. वैसे राजेंद्र राठौड़ का रिकॉर्ड रहा है वो कभी भी चुनाव नहीं हारे हैं. यहां पर दरअसल, नरेंद्र  बुढ़ानिया सीटिंग विधायक हैं इसलिए उनके लिए चुनौती भी बड़ी होगी. राजेंद्र राठौड़ को इस बार चूरू से टिकट नहीं मिला है इसलिए वो माहौल यहां पर उनके साथ दिख सकता है.