Rajasthan Elections 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव 25 नवंबर को होने वाले हैं. प्रत्याशियों ने अपने नामांकन दाखिल कर दिए हैं और अब जोर शोर से चुनाव प्रसार में जुटे हैं. ऐसे में शुक्रवार को उदयपुर (Udaipur) शहर विधानसभा प्रत्याशी गौरव वल्लभ के समर्थन में सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने रोड शो किया. रोड शो के बाद देर शाम उदयपुर ग्रामीण विधानसभा में प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सुखाडिया सर्कल से रैली शुरू हुई और शहर के ही परशुराम चौराहे पर समाप्त हुई. इस रोड शो में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल हुए. वहीं इस दौरान लोगों ने दावा किया कि, राजस्थान में कांग्रेस की सरकार आएगी.
वहीं जब एबीपी न्यूज ने उदयपुर शहर से 40 किलोमीटर दूर गोगुंदा विधानसभा क्षेत्र के मौखी गांव पहुंचे तब जमीनी हकीकत सामने आई. चौंकाने वाली बात तो यह है कि, महिलाओं को अपने यहां के विधायकों का तक नाम याद नहीं है. साथ ही मुख्यमंत्री कौन है यह भी पता नहीं है. राज्य सरकार की तरफ से जो गारंटियां दी गई हैं उनके बारे में भी कोई जानकारी नहीं है.
उन्होंने तो यह तक कहा कि अब इस बार चुनाव में वोट देने तक नहीं जाएंगे, क्योंकि 5 साल में सिर्फ एक बार विधायक यहां आते हैं और हाथ जोड़कर वोट मांगते हैं. वहीं इस दौरान एक युवती से जब बात की तो उसने बोला कि, यहां पर महिलाओं के लिए शौचालय तक नहीं है. पानी की बड़ी समस्या है, दो किलोमीटर दूर एक कुएं में से पीने का पानी लेकर आना पड़ता है.
सीएम अशोक गहलोत ने क्या कहा?
सीएम अशोक गहलोत ने सभा में अपना संबोधन दिया. उन्होंने कन्हैयालाल हत्याकांड में बीजेपी नेताओं द्वारा दिए जा रहे बयानों पर पलटवार करते हुए कहा कि, कन्हैयालाल हत्याकांड के आरोपियों के साथ किसके फोटो थे, यह सभी जानते हैं. यह लोग राजस्थान का माहौल बिगड़ना चाहते हैं. विपक्ष झूठे आरोप लगाता है. हमने राजस्थान के विकास में कोई कमी नहीं रखी है. राजस्थान में हमने सभी को स्वास्थ्य बीमा और स्वास्थ्य के अधिकार कानून बना दिया है. शहरों में नरेगा की तर्ज पर रोजगार दिए हैं." बुजुर्गो की पेंशन बढ़ाई है. सीएम गहलोत ने इसके अलावा अपनी गारंटियों के बारे में भी कहा.