Rajasthan Election 2023: वागड़ में कांग्रेस नेता ने की बगावत, टिकट न मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ने का किया एलान
Rajasthan Elections: राजस्थान के वागड़ में टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस के स्थानीय दिग्गज नेता ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. बचा दें कि यहां पार्टी ने मौजूदा विधायक ही टिकट दिया है.
Rajasthan Election 2203: राजस्थान में विधानसभा चुनाव में सिर्फ 31 दिन ही बचे हैं. इसके बाद जनता तय करेगी कि, अगली बार किसकी सरकार बनेगी, लेकिन इस बीच प्रदेश में पार्टी के खिलाफत का माहौल दिख रहा है. इसमें बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियों शामिल हैं. टिकट की घोषणा होने के बाद सबसे ज्यादा विरोध की स्थिति देखें तो अब तक मेवाड़ में सामने आई, जिसमें चित्तौड़गढ़, राजसमंद, उदयपुर जिले शामिल हैं. अब यह खिलाफत वागड़ में भी सामने आ गई है. यहां टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस के स्थानीय दिग्गज नेता ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. नेता ने बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस की और जिसे पार्टी ने टिकट दिया, उसके खिलाफ गंभीर आरोप भी लगाया.
दरअसल, कांग्रेस ने बागड़ के डूंगरपुर जिले की चार विधानसभा सीटों में से एक सीट डूंगरपुर शहर पर ही प्रत्याशी घोषित किया है. इसमें भी पार्टी ने इस सीट के विधायक गणेश घोघरा को ही प्रत्याशी बनाया है. वहीं अब बिछीवाड़ा पंचायत समिति के प्रधान और डूंगरपुर कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष देवाराम रोत इनका विरोध कर रहे हैं. साथ ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर निर्दलीय चुनाव लड़ने की तक घोषणा कर दी और गणेश घोघरा पर कई आरोप भी लगाए.
निर्दलीय चुनाव की घोषणा की
बता दें कि, देवाराम रोत लंबे समय से राजनीति से जुड़े हुए हैं. प्रधान के साथ पार्टी के जिला उपाध्यक्ष भी है. उन्होंने कहा कि, पिछले पांच बार से विधायक के लिए उम्मीदवारी करता आ रहा हूं, लेकिन पार्टी ने टिकट नहीं दिया. इसके बाद भी पार्टी के लिए हर तरह से जुटा रहा. इस बार कई सर्वे टीम आई थी तो नेताओं ने उम्मीदवारी के फॉर्म भरे थे. सभी को लग रहा था कि, इस बार नया चेहरा होगा, लेकिन पार्टी ने वही दोहरा दिया. ऐसा लगा रहा है हमारे आवेदन रद्दी में डाल दिए, क्योंकि टिकट तो पहले से फाइनल कर दिया गया था.
अपने ही नेता पर लगाए आरोप
देवाराम रोत ने कहा कि, विधायक गणेश घोघरा ने पिछले पांच साल में सभी कोंडार किनार किया है. कर्मचारियों को इधर उधर करने का काम किया है. ये सब शीर्ष नेतृत्व भी सुनने वाला नहीं है इसलिए अब जनता के बीच जाएंगे और चुनाव लड़ेंगे. देवाराम के समर्थन में कांग्रेस के पूर्व विधायक, पूर्व प्रधान सहित अन्य पदाधिकारी भी हैं.