Rajasthan Election 2023: कोटा संभाग की लम्बे समय से अजय सीट को तौर पर झालावाड़ जिले की झालरापाटन विधानसभा है जहां से बीजेपी (BJP) का हराना मुश्किल होता है. पिछले 20 सालों से लगातार यह सीट बीजेपी के पास है. यहां से लगातार चार बार से पूर्व सीएम वसुंधरा राजे (vasundhara raje) जीतकर आ रही है. जीत भी काफी बड़े अंतर से होती है जिस कारण कांग्रेस (congress) को यहां से दमदार प्रत्याशी नहीं मिलता.


वसुंधरा के यहां सीएम बनने के दौरान दो बार बेहतरीन विकास कार्य हुए. जो जिला पिछडा हुआ कहलाता था वह तेजी से तरक्की कर गया. यहां हेली पेड के साथ मिनी सचिवालय और बहुत कुछ है. 2003 से यहां बीजेपी का वर्चस्व है.


 2003 में झालरापाटन विधानसभा से पहली बार जीतीं वसुंधरा राजे सिंधिया


वर्ष 2003 में वसुंधरा राजे को यहां से टिकट दिया गया. उसके बाद से ही लगातार यहां वसुंधरा राजे जीतकर आ रही हैं. वर्ष 2003 में वसुंधरा राजे को 72760 वोट मिले और वोट प्रतिशत 59 प्रतिशत रहा. उन्होंने कांग्रेस की रामा पायलट को हराया. पायलट को 45385 वोट मिले. वोट प्रतिशत 37 रहा. वसुंधरा यहां से पहली बार 27701 वोटों से विजय घोषित की गई. उसके बाद यह कारंवा रुका नहीं और निरंतर बढ़ता चला गया. 


लगातार बढ़ता गया जीत का अंतर


झालावाड़ की झालरापाटन विधानसभा में पहली बार वसुंधरा राजे यहां से जीती उसके बाद लगातार चार बार वह यहां से विधायक रही और उनकी जीत का अंतर भी बढ़ता चला गया. वर्ष 2008 की बात करें तो वसुंधरा राजे यहां से 32581 वोटो से विजयी रही. उन्होंने कांग्रेस के मोहन लाल को हराया. वसुंधरा राजे को वर्ष 2008 में 81593 वोट के साथ 57 प्रतिशत वोट मिले, जबकी कांग्रेस के मोहन लाल को 49012 वोट के साथ 34 प्रतिशत वोट मिले. 


2013 में हुई वसुंधरा राजे की सबसे बड़ी जीत


वर्ष 2013 में बीजेपी ने तीसरी बार वसुंधरा राजे को टिकिट दिया और वह यहां से अब तक की सबसे बड़ी जीत के साथ विधानसभा पहुंची और सीएम (CM) बनी. वर्ष 2013 में उन्हें झालरापाटन विधानसभा से अपार समर्थन मिला और उन्हें 114384 वोट मिले और वोट प्रतिशत 63.11 रहा. जबकि कांग्रेस की मीनाक्षी चन्द्रावत को 53488 वोट के साथ 29 प्रतिशत वोट मिले. जबकि बीएसपी के देवलाल डांगी को महज 3100 वोट मिले.  वसुंधरा यहां से 60896 वोटों से विजयी रही. इस वर्ष कुल मतदान 79 प्रतिशत रहा और कुल वोट 181233 पड़े. 


2018 में फिर से वसुंधरा ने खिलाया कमल


वर्ष 2018 में वसुंधरा राजे ने चौथी बार लगातार जीत हासिल की और उनके सामने कोई नहीं टिक सका. कांग्रेस को यहां से प्रत्याशी उतारने में भी पसीने आ गए. वर्ष 2018 में बीजेपी ने यहां से 34980 वोटों से जीत दर्ज की. वसुंधरा राजे को यहा से 116484 वोट के साथ 54 प्रतिशव वोट मिला और कांग्रेस के महेन्द्र सिंह को 81504 वोट के साथ 38 प्रतिशत वोट मिला. बीएसपी (BSP) के गायन अहमद खान को 2684 वोट के साथ 1 प्रतिशत वोट मिला.


यहां कोई जातिगत समीकरण काम नहीं करते


झालरापाटन विधानसभा में कई जातियां हैं लेकिन यहां जातिगत समीकरण काम नहीं करते, वसुंधरा राजे के नाम पर यहां एक तरफा वोट पड़ते हैं. कांग्रेस ने यहां जातिगत के साथ प्रभावशाली लोगों को उतारने का प्रयास किया लेकिन वह विफल रही. झालरापाटन विधानसभा बीजेपी का मजबूत गढ़ बन गई है.