Rajasthan Election 2023: राजस्थान का चुनाव यहां से जुड़े रिवाजों के चलते भी बाकी राज्यों से अलग हो जाता है. ऐसा ही एक रिवाज यहां बनता दिखाई दे रहा है, पिछले तीन विधानसभा चुनावों से. 200 सीट वाले राजस्थान में इस बार भी लगातार तीसरी बार 199 सीटों पर मतदान होगा. यह पिछले डेढ़ दशक से चला आ रहा है. इतना ही नहीं हर बार के चुनाव में यहां पर सरकार भी बदल जाने की परंपरा सी बन गई है.


श्रीगंगानगर जिले की करणपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी और मौजूदा विधायक गुरमीत सिंह कुन्नर का निधन हो गया है. अब इस सीट पर मतदान बाद में होंगे. वहीं दूसरी तरफ देखा जाए तो यह लगातार तीसरी बार ऐसा हो रहा है. जब राजस्थान में 200 विधानसभा सीटों पर चुनाव नहीं हो पाते हैं. साल 2013, 2018 के बाद अब 2023 में भी ये देखने को मिल रहा है. राजस्थान में इस घटना को लेकर चर्चा तेज हो गई है. मतदान के लिए यहां पर रिवाज कायम होने की बात हो रही है. 


क्या है घटना ? 


गुरमीत सिंह कुन्नर कुछ दिन पहले बीमार हुए थे और दिल्ली के एम्स में उनका इलाज चल रहा था. जहां पर उन्होंने आज आखिरी सांस ली है. पिछली बार उन्होंने बड़े मार्जिन से चुनाव जीता था. उनके सामने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पृथ्वी सतपाल सिंह थे, जिन्हें 45,000 वोट मिले थे. भारतीय जनता पार्टी को मात्र 44,000 मत मिले थे. इस बार का यह चुनाव बहुत महत्वपूर्ण हो गया था. सुरेंद्र पाल सिंह यहां पर बीजेपी से विधायक रहे हैं. गुरमीत सिंह कुन्नर यहां से कई बार विधायक रहे. कांग्रेस के लिए यह एक बड़ा झटका माना जा रहा है. 


कुछ ऐसा रहा है रिकॉर्ड 


साल 2013 में चुरू से बसपा प्रत्याशी जगदीश मेघवाल का निधन हो गया था. जिसपर मतदान चुनाव के बाद हुआ था. वहीं 2018 में अलवर की रामगढ़ सीट से बसपा प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह का निधन होने से इस सीट पर मतदान नहीं हुए थे. मगर जब चुनाव हुआ तो कांग्रेस को जीत मिली थी. अब जहां कांग्रेस के दिग्गज नेता कुन्नर का निधन हो गया है. तो इस सीट के समीकरण बदलने लगे हैं. 


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