Rajasthan Assembly Election 2023: कांग्रेस शासित राजस्थान के अलवर में गुर्जर समुदाय सचिन पायलट को मुख्यमंत्री पद नहीं मिलने के मुद्दे पर पार्टी के समर्थन को लेकर बंट गया है. गुर्जर समुदाय 2018 में कांग्रेस के कथित 'विश्वासघात' के बाद पायलट को मुख्यमंत्री पद पर देखना चाहता है. पार्टी ने पिछले विधानसभा चुनाव के बाद पायलट के बजाय गहलोत को मुख्यमंत्री पद के लिए चुना था. हालांकि, इसके बाद जहां कुछ लोग बीजेपी की तरफ जाना चाहते हैं, वहीं कुछ लोगों का कहना है कि केवल कांग्रेस ही पायलट को मुख्यमंत्री बना सकती है.
गुर्जर बहुल हैं 35 सीटें
अलवर जिले की अनुमानित 40 लाख आबादी में से करीब डेढ़ लाख लोग गुर्जर समुदाय के हैं और राज्य की 200 में से कुल 35 विधानसभा सीट गुर्जर बहुल मानी जाती हैं. स्थानीय निवासी अमर सिंह गुर्जर ने कहा कि यह सही है कि समुदाय पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बनाये जाने से नाराज है, लेकिन इसका असर कांग्रेस को वोट देने के उनके फैसले पर नहीं पड़ेगा. गुर्जर ने कहा कि हम समझते हैं कि अगर पायलट को मुख्यमंत्री बनना है तो केवल कांग्रेस ही ऐसा कर सकती है, बीजेपी नहीं.
'विकास के आधार पर देंगे वोट'
अमर सिंह कहा कि गुर्जर समुदाय के लोगों ने कांग्रेस को केवल इसलिए वोट दिया था क्योंकि उन्हें लगा कि सचिन पायलट राजस्थान के मुख्यमंत्री होंगे. उन्होंने कहा कि अगर इस बार कांग्रेस को बहुमत मिलता है तो हम चाहेंगे कि पायलट मुख्यमंत्री बनें. उन्होंने कहा कि अलवर में गुर्जर समुदाय कांग्रेस द्वारा किए गए विकास कार्यों के आधार पर अपना मत देगा.
'पायलट युवाओं का चेहरा'
उन्होंने दावा किया, "वह (सचिन पायलट) युवाओं का चेहरा हैं; वह इस नई पीढ़ी के नेता हैं. गुर्जर समाज हताश नहीं है. मीडिया की खबरें फर्जी हैं. हम नेताओं द्वारा किए गए विकास और कार्यों को भी देखेंगे और उसी के आधार पर अपना वोट देंगे." बता दें कि राजस्थान में 25 नवंबर को मतदान होने हैं और नतीजे तीन दिसंबर को घोषित किए जाएंगे.
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