Rajasthan Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव के नामांकन की प्रक्रिया चल रही है. हालांकि अभी भी कई सीटें ऐसी हैं, जहां बीजेपी और कांग्रेस, दोनों ही दलों में अभी भी मंथन चल रहा है. सीटों की बात करें तो राजस्थान में सबसे महत्वपूर्ण मेवाड़ और वागड़ की 28 सीटें मानी जाती हैं. इसमें भी उदयपुर शहर हॉट सीट मानी जाती है. यहां से असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया लगातार चार बार से विधायक हैं. उनके जाने के बाद यह सीट सभी की निगाहों में थी. अब बीजेपी ने वरिष्ठ नेता ताराचंद जैन को उतारा है, तो कांग्रेस के गौरव वल्लभ को, जो पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं.
उदयपुर शहर विधानसभा सीट पर बीजेपी की 30 साल से लगातार जमीन तैयार है, क्योंकि छह बार से यहां नगर निगम का बोर्ड बनता आ रहा है. पिछली बार नगर निगम पार्षद की संख्या बढ़कर 70 हो गई. बड़ी बात यह है कि पहली बार पिछले निकाय चुनाव में ऐसा हुआ था कि कांग्रेस ने यहां 20 सीटें जीती थीं. जबकि, इससे पहले कांग्रेस पार्टी 10 का आंकड़ा भी नहीं छू पाई थी. इन आंकड़ों को देखें और नगर निकाय चुनाव की वोटिंग को ध्यान में रखें तो बीजेपी ने यहां जड़ें मजबूत की हुई हैं. ऐसे में कांग्रेस और उनके प्रत्याशी गौरव वल्लभ के लिए इसे भेदना बड़ी चुनौती होगी. हालांकि, गौरव वल्लभ पिछले छह महीने से लगातार समाज संगठनों से मिल रहे हैं और अपनी जमीन तैयार कर रहे हैं.
कांग्रेस के पास बड़ा मौका
बीजेपी ने भले ही अपनी जमीन तैयार कर रखी है, लेकिन यह जमीन गुलाब चंद कटारिया द्वारा बनाई गई थी. अब वह उदयपुर में नहीं है, इससे कांग्रेस के पास बड़ा मौका है इस सीट को जीतने का. साथ ही बीजेपी के वरिष्ठ नेता और नगर निगम के उप महापौर पारस सिंघवी ताराचंद जैन को टिकट मिलने के बाद से विरोध में हैं. उन्होंने रैली भी निकली थी. अगर चुनाव के दौरान विरोध जारी रहा तो बीजेपी के लिए परेशानी हो सकती है.