Rajasthan Elections 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव 25 नवंबर यानी कल हैं. गुरुवार से राजनीतिक पार्टियों के प्रचार की रंगत समाप्त हो गई. अब निर्वाचन आयोग की रंगत नजर आएगी. उदयपुर की बात करें तो इस बार चार से ज्यादा थीमों पर बूथ को तैयार किया जा रहा है. उदयपुर जिले में 2,209 बूथ होंगे. भारत निर्वाचन आयोग ने इस बार कई नवाचार किए हैं. थीम के अनुसार हर श्रेणी का मतदाता निर्वाचन प्रक्रिया से खुद को जुड़ा हुआ महसूस करते हुए मतदान में सहभागिता निभाएगा.
उदयपुर जिले की 8 विधानसभाओं को देखें तो यहां 1,579 लोकेशन पर मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं. इसमें गोगुंदा 286, झाडोल 290, खेरवाड़ा 314, उदयपुर ग्रामीण 262, उदयपुर 216, मावली 264, वल्लभनगर 281 और सलूम्बर में 296 बूथ हैं. इसमें सखी, यूथ, दिव्यांग, ग्रीन और थीम बेस मतदान केंद्र होंगे.
महिलाएं संभालेंगी सखी बूथ की व्यवस्थाएं
उप जिला निर्वाचन अधिकारी शैलेष सुराणा ने बताया कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए महिलाओं की निर्वाचन में भागीदारी महत्वपूर्ण है. इसके लिए निर्वाचन आयोग ने हर विधानसभा क्षेत्र में 8-8 सखी बूथ स्थापित करने के निर्देश दिए हैं. इनमें उन बूथों को प्राथमिकता दी गई है, जहां महिला वोटर की संख्या पुरुषों की तुलना में अधिक है. इन सभी बूथों को महिलाएं ही संभालेंगी. इसके अलावा इन बूथों पर सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा भी यथासंभव महिला सुरक्षाकर्मी ही संभालेंगी.
युवा बूथ पर 40 वर्ष से कम आयु के कार्मिक
उन्होंने बताया कि निर्वाचन प्रक्रिया में युवाओं की भूमिका भी बहुत महत्वपूर्ण है. मतदाता सूची में शामिल वोटर्स में भी युवाओं की संख्या सर्वाधिक है. इसी को दृष्टिगत रखते हुए चुनाव आयोग ने यूथ बूथ बनाए. हर विधानसभा में 8-8 बूथ का चयन कर लिया गया है. इन बूथ पर 40 वर्ष से कम आयु वर्ग के कार्मिकों को ही शामिल किया जाएगा.
विशेष दिव्यांग बूथ
हर विधानसभा क्षेत्र में एक-एक विशेष दिव्यांग बूथ भी स्थापित किया जा रहा है. इन बूथ पर भी निर्वाचन प्रक्रिया संपादित कराने वाले दल में दिव्यांग कार्मिक ही शामिल किए जाएंगे.
थीम बेस और ग्रीन बूथ रहेंगे आकर्षण का केंद्र
इस बार थीम बेस और ग्रीन बूथ आकर्षण का केंद्र रहेंगे. प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में वहां के पर्यटन स्थल, दर्शनीय स्थल, स्थापत्य कला-संस्कृति पर आधारित विशिष्ठ मतदान केंद्र तैयार किए गए हैं. इसमें बूथ पर संबंधित क्षेत्र के विशिष्ट स्थल, कला और लोक संस्कृति को प्रदर्शित किया जाएगा.