Rajasthan Election 2023: राजस्थान में सत्ता बदलते ही कार्यकर्ता जोश में आ गए है. इस बीच पिछले पांच साल तक जिन अधिकारियों ने काम नहीं किया या व्यवस्थाओं में सुधार नहीं किया उन पर आक्रोश व्यक्त करने के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसा ही एक मामला कोटा के न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में देखने को मिला है. यहां नव निर्वाचित कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा ने न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में स्थानीय जनप्रतिनिधियों और बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ औचक निरीक्षण किया. इस दौरान न्यू मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य और मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक और एस.एस.बी. के अधीक्षक डॉ. नीलेश जैन और कई डॉक्टर साथ थे.


इस दौरान कार्यकर्ता और अधीक्षक डॉ. आरपी मीणा के बीच तीखी बहस भी हो गई. पार्षद सुरेन्द्र राठौर ने डॉ. आरपी मीणा के लिए कहा कि, यह तो कांग्रेस के लोगों के लिए काम करते हैं. इस पर डॉ. मीणा ने कहा कि, यह गलत है, मैं ऐसे में काम नहीं करता. इस पर बीजेपी पदाधिकारी कैलाश गौतम ने कहा कि, ऐसा नहीं चलेगा, तुम नहीं करोंगे तो कोई दूसरा काम करेगा, काम तो करना पड़ेगा. अब सत्ता बदल गई है, काम तो करना पड़ेगा, काम नहीं करोगे तो कुर्सी छोड़ो. इसके बाद काफी बहस के बाद विधायक और कार्यकर्ता वहां से चले गए.


गंदगी को लेकर भड़के विधायक


इस दौरान विधायक ने वरिष्ठ नागरिक वार्ड, ओ.पी.डी. और अस्पताल की व्यवस्था को देखा साथ ही चिकित्सा सुविधाओं का जायजा लिया. अस्पताल में अपर्याप्त व्यवस्था और गंदगी को लेकर अस्पताल प्रशासन पर नाराजगी व्यक्त करते हुए शीघ्र दुरूस्त करने को कहा. विधायक ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि, न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल है और हाड़ौती संभाग से मरीज यहां इलाज करवाने आते हैं. बीजेपी शासन में करोड़ों रुपये की लागत से यहां सुपर स्पेशियलिटी विंग के निर्माण के साथ कई वार्डों का विस्तार और अस्पताल का आधुनिकरण करवाया गया, लेकिन पिछले 5 वालों में काग्रेस सरकार ने इस अस्पताल की दशा बिगाड़ दी.


मरीजों को न हो कई असुविधा


विधायक ने कॉलेज प्राचार्य और अस्पताल अधीक्षक से कहा कि, अस्पताल में पर्याप्त साफ-सफाई और मरीजों को इलाज के दौरान कोई भी असुविधाओं का सामना नहीं करना पडें. विधायक ने अस्पताल में कॉरिडोर के निर्माण करवाने और एमआरआई मशीन को ठीक करने के लिए कहा. विधायक ने कहा कि, कोटा में अच्छे मेडिकल के लिए वह हमेशा प्रयासरत रहेंगे. कोटा मेडिकल के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बने और अस्पताल में सभी सुविधाओं, संसाधनों का विस्तार हो इसके लिए प्रयास किए जाएंगे.