Rajasthan Politics: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और नेता राहुल गांधी को लेकर गुजरात हाईकोर्ट के फैसले के बाद आज कांग्रेस ने देशभर में राहुल गांधी के समर्थन में प्रदर्शन किया. राजस्थान की राजधानी जयपुर में भी कांग्रेस नेताओं ने मौनव्रत रखा. इस दौरान सचिन पायलट ने पत्रकारों से कई मुद्दों पर बात की. उन्होंने कहा कि राजस्थान में हम सभी मिलकर चुनाव लड़ेंगे. पायलट ने बताया कि उनकी तीनों मांगे पार्टी ने मान ली हैं और इस बार हम राजस्थान में कांग्रेस को फिर से सत्ता में लेकर आएंगे.
शहीद स्मारक पर मीडिया से बातचीत के दौरान सचिन पायलट ने कहा,"जो नेता हकीकत बयान करता है बिना डरे सदन के अंदर और सदन के बाहर अपनी बात को रखता है. साजिशपूर्ण तरीके से उन लोगों पर दबाव बनाया जा रहा है. बात किसी व्यक्ति विशेष की नहीं हैं, बात है आज जिस तरह से पूरी व्यवस्था को दूषित किया जा रहा है. लोकतंत्र में जिस तरह न्याय होना चाहिए, खुलेपन से बात करने की आजादी होनी चाहिए. एक टकराव और नफरत का माहौल जो बन रहा है अलग-अलग एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है, संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है जो कि लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं है और इसी को देखते हुए देश की जनता को जगाने के लिए कांग्रेस पार्टी ने आज देशभर में एक दिन का मौनव्रत रखा है."
'राहुल गांधी को किया जा रहा टारगेट'
पायलट ने आगे कहा कि राहुल गांधी ने हमेशा ही प्यार की अहिंसा की, लोकतंत्र की मजबूती की, लोगों को जोड़ने की बात की है, उनको भी टारगेट करके जिस तरह उनके साथ घटनाक्रम बीता है वो हम सबके सामने है, लेकिन हम पीछे हटने वाले नहीं है. अपनी बात को मजूबती से रखेंगे और हर मोर्चे पर सामना करेंगे और जनता के बीच में जाएंगे क्योंकि अंतत: लोकतंत्र में जनता ही सबसे बड़ी ताकत है और जो बीजेपी और केंद्र सरकार से जनता का जो मन हटा है, उसका लाभ भी कांग्रेस को मिलेगा.
'इस बार बदलेंगे रिवाज'
कांग्रेस के चुनाव लड़ने के सवाल पर सचिन पायलट ने कहा, दिल्ली में हुई बैठक में सभी ने मिलकर ये फैसला किया है कि इस बार हम परिपाटी को तोड़ेंगे. राजस्थान में कांग्रेस की सरकार को रिपीट करेंगे. बीजेपी के अंदर जो बिखराव है उसे सभी ने देखा है. सत्ता और संगठन अगर मिलकर करेंगे तो हम इस 25 साल के इस क्रम को तोड़ सकते हैं. हम मिलकर चुनाव लड़ेंगें.
'कानून बनाएगी सरकार'
पूर्व उपमुख्यमंत्री पायलट ने आगे कहा, "जिन मुद्दों को लेकर मैंने उठाया था वो मुद्दे थे पेपर लीक पर कार्रवाई हो, आरपीएससी के सदस्य जो बनते हैं उनके लिए कोई पुख्ता मापदंड हों और करप्शन पर अपनी बात रखी थी. तीनों बातों पर पार्टी और सरकार में सहमति है. आने वाले सत्र में इन पर कानून भी बनेंगे. प्रदेश की सरकार इन मुद्दों पर निराकरण करके आगे का रास्ता तय करेगी, ताकी नौजवानों का भविष्य सुरक्षित रहे."
'जल्द पूरी होगी जांच की मांग'
सचिन पायलट ने कहा, "हम सबकी प्राथमिकता है जो युवा शिक्षित हैं, अपने आपको अंधकार में देखते हैं, उनके मन में विश्वास जागे और पेपर लीक प्रकरण को समाप्त किया जाए. लोगों को सजा दी जाए. सख्त कानून बनाकर उनको दंडित करने का काम किया जाए, ये सब इस कानून के माध्यम से हो सकेगा. आरपीएससी की नियुक्ति के लिए हमेशा के लिए ऐसा कानून बना दिया जाए, जिस पर कोई उंगली नहीं उठाई जा सके. साथ ही जो करप्शन को लेकर जो जांच की मांग मैंने रखी थी उस को बहुत जल्द पूरा किया जाएगा."
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