विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सरकार को हटा बीजेपी को सत्ता में स्थापित करने के मकसद से बीजेपी की दूसरी परिवर्तन यात्रा आज निकलने वाली है. यह यात्रा आदिवासियों के तीर्थ बेणेश्वर धाम से निकलेगी. परिवर्तन यात्रा के रथ को हरी झंडी दिखाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आएंगे. इनके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी, गजेंद्र सिंह शेखावत भी आएंगे.
परिवर्तन यात्रा के रथ को हरी झंडी दिखाने के बाद बेणेश्वर धाम में बड़ी सभा का आयोजन होगा. भाजपा ने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की व्यवस्था पूरी कर चुकी है तो वहीं पुलिस भी गृहमंत्री सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता कर चुकी है.
19 दिन में मेवाड़-वागड़-हाड़ोती की 52 सीटों पर जाएंगे
भाजपा के परिवर्तन यात्रा का यह रथ 19 दिनों में वागड़ यानी बांसवाड़ा संभाग, मेवाड़ यानी उदयपुर संभाग और हाड़ोती यानी कोटा संभाग में जाएंगे. इन संभागों को 52 विधानसभा सीटों को कवर किया जाएगा. एक दिन में यह यात्रा 115 किलोमीटर चलेगी और हर विधानसभा ने पार्टी की एक सभा होगी और स्वागत किया जाएगा. 19 दिन में यह यात्रा 2432 किलोमीटर तक चलेगी. 12 जिलों को कवर कृति हुई यात्रा 21 सितंबर को कोटा में समाप्त हो जाएगी.
प्रदेशाध्यक्ष जोशी को यात्रा को कमान
इस यात्रा की कमान प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी के हाथ में होगी. गृहमंत्री अमित शाह के साथ जोशी भी यात्रा को रवाना करने में रहेंगे. सीपी जोशी का यह ग्रह क्षेत्र हैं, क्योंकि वह चित्तौड़गढ़ लोकसभा से सांसद है. लेकिन एक दिन पहले ही वसुंधरा राजे की देव दर्शन यात्रा ने भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं. यह नहीं वसुंधरा ने तो यह तक कहा था कि कुछ बड़ा करती हूं तो इन तीन मंदिर चारभुजा, नाथद्वारा, त्रिपुरा सुंदरी का आशीर्वाद लेती हूं. हालाकि वसुंधरा राजे परिवर्तन यात्रा ने आएगी, लेकिन देव दर्शन यात्रा के सवाल अभी भी खड़े है.
प्रतापगढ़ की हैवानियत अपराध पर घेरेगी भाजपा
भाजपा लगातार कांग्रेस सरकार पर दो बड़े हमले कृति आ रही है, पहला तो भ्रष्टाचार और दूसरा बिगड़ी हुई कानूनी व्यवस्था. अब परिवर्तन यात्रा बांसवाड़ा के बेणेश्वर धाम में है और इसी के पास प्रतापगढ़ जिले में महिला को निर्वस्त्र कर गांव में घुमाने वाली हैवानियत हुई है.
इसपर भाजपा कांग्रेस सरकार की कानूनी व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए घेरने के तैयारी में है. राजनीतिक विश्लेषक कहते हैं कि इस घटना में न्याय मिलेगा, कान मिलेगा यह नहीं देखा. कांग्रेस ने देखा की बड़ा इश्यू ना बना जाएं, इसलिए रातों रात सीएम ने एडीजी क्राइम को मौके पर भेजा दिया. यहीं नहीं अगले ही दिन सीएम खुद आ गए. यहां कांग्रेस सरकार ने अपनी साख बचाई. हैवानियत के मामले पहले भी हुए लेकिन इतना त्वरित एक्शन देखने में नहीं आया. क्योंकि चुनाव नजदीक है.
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