Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान में इस बार विधानसभा चुनाव से 2 महीने पहले ही कांग्रेस टिकट फाइनल करने की तैयारी में है. ऐसे में कई दिग्गज नेताओं के टिकट काटे और बदले जा सकते हैं. माना जा रहा है कि ऐसे माहौल में उन नेताओं को ज्यादा परेशानी है जो सरकार के खिलाफ पिछले कुछ महीनों से हमलावर थे. अब उसी कड़ी में एक स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री ने जयपुर में असद्दुदीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) से मुलाकात की है. 


इसके मायने कई हैं, मगर अब टिकट कटने का डर सता रहा है और ओवैसी की पार्टी को विश्वास में लेकर कोई खेला करने की तैयारी भी लग रही है. इस मुलाकात के बाद एबीपी न्यूज से खास बातचीत में राज्य मंत्री राजेन्द्र सिंह गुढ़ा ने बड़ी गंभीरता से कहा कि ये मुलाकात सियासी है और कुछ नहीं. इसके परिणाम बाद में  दिखेंगे. चुपके से मुलाकात इसलिए कही जा रही है कि क्योंकि न तो प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई और न ही पार्टी की तरफ से कोई आधिकारिक बयान आया है. गुढ़ा की इस बात में इतनी दम है कि उनकी बात बातचीत बस सियासी हुई है न की कोई और. 


तो असदुद्दीन ओवैसी ही बनेंगे सहारा
राजेन्द्र सिंह गुढ़ा दो बार बसपा से विधायक बने और एक बार चुनाव हार गए. चुनाव में मिली हार को जीत में बदलने के लिए गुढ़ा ने बसपा का दामन थाम लिया था. बसपा के टिकट पर गुढ़ा को जीत मिली. उसके बाद कांग्रेस पार्टी में आ गए. अशोक गहलोत सरकार में गुढ़ा को मंत्री बनाया गया. स्वतंत्र प्रभार मंत्री का दायित्व दिया गया है. सूत्रों की मानें तो अब न तो बसपा से टिकट मिलने की संभावना है और न ही कांग्रेस से बात बन रही है. अब इसीलिए कहा जा रहा है कि गुढ़ा मुस्लिम वोटर्स को साधने के लिए उदयपुरवाटी में एआईएमआईएम से समझौता करके मैदान में जाना चाहते हैं. 


हालांकि, ऐसी किसी संभावना से न तो गुढ़ा ने मना किया और न ही कोई हामी भरी है. कांग्रेस और बसपा से बात न बनी तो ओवैसी को भी ट्राई किया जा रहा है. एक विकल्प के तौर पर इसे देखा जा रहा है. 


बार-बार पार्टी बदलना पड़ रहा भारी 
राजेन्द्र सिंह गुढ़ा की सरकार में अलग पहचान है. ये खुलकर सरकार को ही ललकार चुके हैं, सचिन पायलट के साथ कई बार मंच साझा कर चुके हैं. बीजेपी से इनकी बन नहीं पा रही है इसलिए वहां पर कोई न कोई बड़ा दल चाहिए, जिससे एक बड़ा वोट मिल सके. दरअसल, इस सीट पर मुस्लिम वोटर्स भी बड़ी संख्या में है. यहां पर गुर्जर वोटर हैं. बसपा का पुराना वोट भी साधने की तैयारी में है. कांग्रेस के कई नेता इनके साथ उदयपुरवाटी में है. ऐसे में एक बड़ी रणनीति के तहत गुढ़ा ने ओवैसी से मुलाकात की है. 


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