Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव में अब ज्यादा समय नहीं बचा है, ऐसे में कांग्रेस ने कमर कस ली है और जीत की कोशिशों में जुट गई है. इसी बीच कांग्रेस के बड़े नेताओं अशोक गहलोत और सचिन पायलट में सुलह की खबरें भी आ चुकी हैं और यह बताया जा रहा है कि पार्टी पूरी तरह से एक होकर यह चुनाव लड़ेगी. वहीं, गुरुवार को मुख्यालय में आयोजित ब्लॉक अध्यक्षों की मीटिंग में पार्टी ने पूरी एकजुटता दिखाने की भी कोशिश की गई.


ब्लॉक अध्यक्षों की मीटिंग में राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने कार्यकर्ताओं में ऊर्जा भरने की कोशिश की. इस बैठक में प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, हरीश चौधरी और बीडी कल्ला भी मौजूद रहे. डोटासरा ने कहा, 'जब सचिन पायलट अध्यक्ष थे तो उनकी टीम में मैं उपाध्यक्ष बना था. केवल 15 साल में पार्टी ने मुझे अध्यक्ष बना दिया.' उनका कहना है कि जो भी पार्टी में ईमानदारी से काम करेगा, उसे सत्ता और संगठन में इनाम मिलेगा.'


वहीं गोविंद सिंह डोटासरा ने कार्यकर्ताओं से कहा कि संगठन में कोई भी शिकायत हो तो उनके पास आएं और बताएं. वहीं, सरकार में कोई जरूरत है तो वह मंत्रियों को बताएं. संगठन भी सरकार तक सभी की बात को पहुंचाएगा. 


'चुनाव में एक भी दिन नहीं बचा है'- सचिन पायलट
इतना ही नहीं, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्हें चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया. सचिन पायलट ने कहा कि चुनाव सिर पर आ गए हैं. कोई कहता है कि इलेक्शन में 100 दिन बचे हैं, कोई कहता है कि 90 दिन हैं. लेकिन सचिन पायलट का कहना है कि यह मानकर चलिए कि एक भी दिन नहीं बचा है, यही सोचकर चुनाव में उतर जाइए. पायलट ने नेताओं कार्यकर्ताओं से कहा कि जिन्हें अपनी सीट पर जीत का डंका बजाना है, वह अभी से ही मैदान में उतर जाइए.


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