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Rajasthan Election 2023: कुम्हेर-डीग विधानसभा सीट पर जाट- जाटव मतदाता चुनते हैं विधायक, पढ़ें इस सीट का सियासी समीकरण
Rajasthan Election 2023: डीग जिले की कुम्हेर-डीग विधानसभा क्षेत्र में लगभग 75 हजार जाट मतदाता हैं और दूसरे नंबर पर जाटव मतदाता आते हैं. क्षेत्र में 50 हजार लगभग जाटव मतदाता हैं.
Rajasthan Election 2023: राजस्थान के डीग जिले में तीन विधानसभा सीट आती है. राजस्थान का भरतपुर जिला जाट बाहुल्य क्षेत्र कहलाता है. भरतपुर रियासत कालीन से ही जाट रियासत रही है. भरतपुर जिले की स्थापना भी जाट शासक महाराजा सूरजमल ने की थी. भरतपुर जिले से अलग हुए डीग की मेवात क्षेत्र में मुस्लिम समाज के मतदाता अधिक है. डीग जिले की नगर और कामां विधानसभा सीट पर मुस्लिम समुदाय के मतदाता अधिक है, लेकिन कुम्हेर डीग विधानसभा पर जाट मतदाता सबसे अधिक है. कुम्हेर-डीग विधानसभा क्षेत्र में 75 हजार लगभग जाट मतदाता है और दूसरे नंबर पर जाटव मतदाता आते है. कुम्हेर-डीग विधानसभा क्षेत्र में 50 हजार लगभग जाटव मतदाता है.
ब्राह्मण समाज के लगभग 25 हजार मतदाता और वैश्य समाज के 22 हजार मतदाता माली सैनी समाज के भी लगभग 15 हजार मतदाता है. बघेले ठाकुर लगभग 10 हजार लोधा लगभग 10 हजार गुर्जर लगभग 5 हजार कोली लगभग 3 हजार ठाकुर लगभग 10 हजार मतदाता है. कुम्हेर - डीग विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 75 हजार जाट और दूसरे नंबर पर लगभग 50 हजार जाटव मतदाता आते है यही आपस में मिलकर बनाते है विधायक.
डीग विधानसभा सीट पर हमेशा राज परिवार के सदस्य की जीत हुई है. वर्ष 2008 के विधानसभा चुनाव से पहले डीग पर कुम्हेर की विधानसभा सीट अलग - अलग होती थी लेकिन वर्ष 2006 में हुए परिसीमन के बाद कुम्हेर -डीग विधानसभा सीट को एक कर दिया. वर्ष 2008 के चुनाव में डॉ. दिगंबर सिंह की जीत हुई थी, लेकिन वर्ष 2013 और 2018 के विधानसभा चुनाव में कुम्हेर -डीग विधानसभा सीट पर राजपरिवार के सदस्य विश्वेन्द्र सिंह की जीत हुई है.
विश्वेन्द्र सिंह राजस्थान की कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री है. मंत्री विश्वेन्द्र ने वर्ष 2013 के चुनाव में डॉ. दिगंबर सिंह को हराया था और वर्ष 2018 के चुनाव में डॉ. दिगंबर सिंह के बेटे डॉ.शैलेष सिंह को हराया था.
वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी कुम्हेर - डीग विधानसभा सीट पर विश्वेन्द्र सिंह को टिकट देकर चुनाव मैदान में भेज रही है. भारतीय जनता पार्टी फिर से शैलेष सिंह को मैदान में उतार सकती है. इस बार मंत्री और दो बार से विधायक रहे विश्वेन्द्र सिंह को चुनाव में ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने डीग की बहुत पुरानी मांग को पूरा किया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्री विश्वेन्द्र सिंह के कहने पर डीग को नया जिला बनाया है. साथ ही डीग जिले की पानी की समस्या का समाधान करते हुये चम्बल का मीठा पानी डीग पहुंच गया है. कुम्हेर -डीग विधानसभा क्षेत्र की जनता डीग को नया जिला बनाने से बहुत खुश है.
कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह भरतपुर संभाग के दिग्गज नेता माने जाते हैं भरतपुर संभाग की राजनीति भी पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वेन्द्र सिंह के साथ करवट बदलती है. लगभग 35 वर्ष राजनीति कर रहे विश्वेन्द्र सिंह पर कभी भी जातिवाद या भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं लगा है. विश्वेन्द्र सिंह जिला प्रमुख ,सांसद और तीन बार विधायक और इस बार कैबिनेट मंत्री बने है. विश्वेन्द्र सिंह को 36 कौमों का नेता माना जाता है. संभाग में विश्वेन्द्र सिंह की लोग बहुत इज्जत करते है और मंत्री विश्वेन्द्र सिंह भी लोगों के सुख- दुःख में हमेशा आगे रहते है.
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