Rajasthan Elections 2023: कोटा जिले में मतदान केंद्रों की होगी लाइव वेब कास्टिंग, 50 प्रतिशत बूथों पर रखी जाएगी कैमरे से नजर
Rajasthan Elections: जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया, कोटा जिले के सभी विधानसभा में 1,455 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इनमें से 728 मतदान केन्द्रों पर वेब कास्टिंग के जरिए कैमरे से पैनी निगाह रखी जाएगी.
Rajasthan Elections 2023: राजस्थान के कोटा में निष्पक्ष मतदान के लिए निर्वाचन विभाग पूरी तरह से मुस्तेद है. यहां एक ओर मतदाताओं को जागरुक किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर सुरक्षा के नजरिये से भी कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं. हर मतदान केन्द्र पर सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए जा रहे हैं. विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण एवं सुव्यवस्थित तरीके से सुनिश्चित कराने के लिए भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार, 50 प्रतिशत मतदान केन्द्रों पर वेब कास्टिंग की जाएगी.
जिला निर्वाचन अधिकारी एमपी मीणा ने बताया कि, कोटा जिले के सभी 6 विधानसभा क्षेत्र में कुल 1,455 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इनमें से 728 मतदान केन्द्रों पर वेब कास्टिंग के जरिए कैमरे से पैनी निगाह रखी जाएगी. उन्होंने बताया कि, वेब कास्टिंग के जरिए दूर दराज स्थित मतदान केंद्र की हर गतिविधि पर जिला मुख्यालय से नजर रखी जा सकेगी.
संवेदनशील मतदान केन्द्रों पर होगी कड़ी सुरक्षा
जिला निर्वाचन अधिकारी रिटर्निंग अधिकारी एवं संबद्ध अन्य अधिकारियों द्वारा इस तकनीकी सुविधा के माध्यम से बूथ की गतिविधियों का पर्यवेक्षण किया जा सकेगा. जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि, वेब कास्टिंग से संवेदनशील एवं अति संवेदनशील मतदान केद्रों की गतिविधियों पर नजर रखी जा सकेगी और निर्वाचन शांतिपूर्ण संपन्न होने में यह व्यवस्था मददगार बनेगी. वेबकास्टिंग के सुचारू संचालन के लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट, सुपरवाइजर एवं बीएलओ का प्रशिक्षण कराया जा चुका है. राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर भगवत सिंह राठौर ने बताया कि, वेबकास्टिंग के दौरान अपनाई जाने वाली प्रक्रिया और ध्यान रखे जाने वाले बिन्दुओं को प्रशिक्षण के माध्यम से विस्तार से समझाया गया.
25 नवंबर को होंगे मतदान
गौरतलब है कि राजस्थान में चुनाव आयोग ने मतदान की तारीख में बदलाव किया है. प्रदेश में अब 23 नवंबर की जगह 25 नवंबर को मतदान किया जाएगा. जानकारी के मुताबिक 23 नवंबर को देवउठनी ग्यारस है और इस दिन राजस्थान में बड़े पैमाने पर शादियों की लगन होती है. इसके अलावा बड़ी संख्या में लोग शादियों में शामिल होने के लिए एक जगह से दूसरी जगह जाते हैं. इसी के चलते राजस्थान में चुनाव की तारीख बदलने की मांग उठाई जा रही थी.