कोटा संभाग में बीजेपी की दूसरी लिस्ट में सभी पूर्व विधायक और हारे हुए प्रत्याशी हैं. बीजेपी ने इस आठ विधानसभा पर किसी भी नए को मौका नहीं दिया है. बीजेपी ने सभी गुटों को साधने का भी प्रयास किया और और सभी एक साथ हैं, ऐसा भी संदेश दिया है. कोटा संभाग की 8 विधानसभा में जिन चेहरों पर दांव लगाया है उनमें से 7 वर्तमान में विधायक हैं और एक पूर्व विधायक हैं.


कोटा दक्षिण विधानसभा पर जातिगत के साथ पूर्व विधायक को मौका 
कोटा दक्षिण विधानसभा ब्राह्मण बहुल्य सीट हैं, इस लिहाज से भी बीजेपी ने यहां ब्राह्मण प्रत्याशी चुना है. इसके साथ ही वह विधायक होने के साथ ही पांच साल सक्रिय रहे इसे देखते हुए भी कोटा दक्षिण विधानसभा से संदीप शर्मा को मौका दिया गया है. संदीप शर्मा दो बार विधायक रह चुके हैं और विकल्प के रूप में कोई बड़ा नाम भी सामने नहीं था ना ही इस सीट पर कोई तीखा विरोध था, इसके चलते यहां जातिगत आधार को भी ध्यान में रखा गया है. 


 कोटा उत्तर, अंता और रामगंजमंडी विधानसभा के बदल रहे समीकरण 
कोटा उत्तर विधानसभा में बीजेपी ने प्रत्याशी घोषित नहीं किया. कोटा संभाग के साथ राजस्थान की हॉट सीट में भी इसे गिना जाता है. कांग्रेस से केवल शांति धारीवाल व अमित धारीवाल का नाम ही सामने आ रहा है, जबकि बीजेपी से प्रहलाद गुंजल ही इन्हें टक्कर दे सकते हैं. इसके साथ ही रामगंजमंडी में भी केवल मदनन दिलावर का नाम था, लेकिन बदलते समीकरण विधायकों की सीट बदल सकते हैं, रामगंजमंडी में चन्द्रकांता मेघवाल पहले 2 बार चुनाव लड चुकी हैं.


वहीं पूर्व में मदन दिलावर बारां से चुनाव लड़ चुके हैं, इस लिहाज से सीट बदलने की संभावना जताई जा रही है. लाडपुरा से भी टिकट घोषित नहीं किया गया, यहां सबसे अधिक दावेदार है, कांग्रेस में भी यही हाल है, लाडपुरा विधानसभा में सबसे अधिक नाम सामने आ रहे हैं, जिसमें मोइनुद्दीन गुड्डू, शिवराज गुंजल, मनोज दुबे, कुंदन यादव, पूनम गोयल के नाम चल रहे हैं. 


कांग्रेस के लिए भी हाडौती में चुनौती कम नहीं 
कांग्रेस ने कोटा संभाग की 17 विधानसभा में से केवल एक टिकट फानइल किया है, पूर्व मंत्री शांति धारीवाल और अंता से प्रमोद जैन भाया को भी प्रत्याशी नहीं बनाया गया है. यहां भी बीजेपी सीधी टक्कर दे ऐसा टिकट तलाशा जा रहा है. कांग्रेस के लिए एक दो विधानसभा को छोड़कर कहीं भी मुकाबला आसान नहीं है. पीपल्दा विधानसभा फिलहाल कांग्रेस के पास है, लेकिन यहां पिछली बार कांग्रेस से बीजेपी में आई ममता शर्मा को प्रत्याशी बनाया गया था जो हार का कारण बना. बूंदी, केशवराय पाटन में कांग्रेस और बीजेपी में सीधा मुकाबला है. और यह मुकाबला कडा रहने वाला है. 


 झालावाड़-बारां में सभी वसुंधरा चहेतों को मिला टिकट 
बारां और झालावाड में अब तक जारी की गई लिस्ट में बीजेपी ने सभी प्रत्याशी वसुंधरा खेमे के खडेÞ किए हैं, जबकी कोटा बूंदी में लोकसभा अध्यक्ष के करीबियों को टिकट मिला है. कोटा दक्षिण से संदीप शर्मा, बूंदी से अशोक डोगरा और सांगोद से हीरालाल नागर को प्रत्याशी बनाया गया है. ये तीनों लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के करीबी हैं.


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