Rajasthan Elections 2023: बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने एलान कर दिया है कि राजस्थान में उनकी पार्टी (BSP) सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी. पार्टी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2023) से पहले विधान सभा चुनाव में अकेले दमपर बेहतर रिजल्ट लाने की तैयारी में जुट गई है. इतना ही नहीं, इस बार राजस्थान में बसपा कुछ छोटे दलों के साथ चुनाव मैदान में उतर सकती है. इसके लिए अभी कोई पुख्ता तैयारी नहीं है. मगर, आने वाले दिनों में इसपर कुछ बड़ा असर दिख सकता है. 


राजस्थान बसपा प्रमुख भगवान सिंह बाबा (Bhagwan Singh Baba) का कहना है कि हर बार 6 लोग जीत कर आते हैं और दूसरी पार्टी में चले जाते हैं. मगर, इस बार ऐसी तैयारी की जा रही है कि ज्यादा सीटों पर पकड़ बनाई जाए, जिससे जीतने वाले दूसरी पार्टी में न जाएं और बसपा किंग मेकर की भूमिका में रहे. इसलिए इस बार 60 सीटों पर पूरा फोकस है. 


मायवाती ने राजस्थान की घटना को किया टारगेट
बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट किया है कि राजस्थान में भी दलित उत्पीड़न/हत्या का मामला अति-दुःखद है. वहां की राज्य सरकार के लिए अति-शर्म की बात. करौली ज़िले में दलित बच्ची की घर से सोते हुए अपहरण और हत्या करके एसिड से जली उसकी लाश को कुएं में फेंकने की सुनियोजित जातिवादी घटना की जितनी भी निंदा की जाए वह कम. मायावती ने राजस्थान की सरकार पर हमला बोला है. 


6 सीट की नहीं, बल्कि 60 की है तैयारी 
बसपा प्रमुख मायावती की राजस्थान में जनसभा सितंबर महीने में हो सकती है. इसके लिए पूरी तैयारी चल रही है. बसपा अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा का कहना है कि इस बार 6 नहीं बल्कि 60 का टारगेट है. इसके लिए 'बसपा चली गांव की ओर' कार्यक्रम दो महीने से चलाया जा रहा है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में बसपा अपनी पकड़ और मजबूत कर पाए. ग्रामीण युवाओं को भी जोड़ा जा रहा है. सभी वर्ग से संपर्क साधा जा रहा है, लेकिन खासकर सुरक्षित सीटों पर ज्यादा फोकस है. बाबा का कहना है कि अभी बस कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात हो रही है. 


दलों से गठबंधन के कयास पर बोले बसपा प्रदेश प्रमुख
राजस्थान में बसपा इस बार क्या किसी दल से गठबंधन करने जा रही है? इस सवाल का जवाब देते हुए बसपा अध्यक्ष ने कहा, हमारी विचारधारा वाले दल अभी संपर्क में हैं, लेकिन कोई बात नहीं हुई है. इसके लिए बहुत समय है. इसका परिणाम आने वाले समय में मिलेगा. यह निर्णय बसपा प्रमुख मायावती करेंगी. जो स्थानीय छोटे दल संपर्क में हैं, उनसे बातचीत नहीं हुई है. केवल पार्टी अपनी प्रमुख सीटों पर तैयारी कर रही है. 


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