Rajasthan Elections 2023: कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आए MLA गिर्राज मलिंगा बोले , 'हमें वफादारी की सजा मिली'
Rajasthan Elections 2023 News: राजस्थान कांग्रेस के कुछ नेताओं ने आज बीजेपी ज्वाइन कर ली. बीजेपी ज्वाइन करने के बाद उन्होंने कांग्रेस के खिलाफ जमकर अपनी भड़ास भी निकाली.
Rajasthan News: कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा (Girraj Singh Malinga) ने रविवार को बीजपी (BJP) ज्वाइन कर ली. बीजेपी ज्वाइन करने के बाद उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस में किसी की सुनी नहीं जाती है, धौलपुर में केवल प्रद्युम्न सिंह (Pradyuman Singh) की ही चलती है फिर ऐसी पार्टी में क्यों रहें. मलिंगा ने कहा कि वह बीजेपी की नीतियों और पीएम मोदी से प्रभावित होकर बीजेपी में आए हैं.
गिर्राज सिंह मलिंगा ने मीडिया से बातचीत में कहा, ''बीजेपी की नीति अच्छी लगी. पीएम मोदी के काम से प्रभावित हूं जो काम वह देश हित में कर रहे हैं. अपने दल (कांग्रेस) में मैं 15 साल रह लिया.15 साल मेरे संग बहुत कुछ हुआ. बहुत से लोगों के साथ यह हुआ. भरत सिंह ईमानदार व्यक्ति हैं. पांच साल रोत रह गए वह विधानसभा नहीं आ पाए. राजेंद्र घोड़ा जी के साथ क्या हुआ. मेरे साथ क्या हुआ. चुन-चुन कर हमलोगों को निशाने पर लिया गया है. हमलोगों को इतना तंग कर दिया.''
हम लोग पार्टी के वफादार थे, यही दोष था- मलिंगा
विधायक मलिंगा ने आगे कहा, ''धौलपुर में केवल एक व्यक्ति के नाम से कांग्रेस चल रही है. जो प्रद्युमन सिंह ने कह दिया वह फाइनल है. उसके अलावा किसी की कांग्रेस में न तो प्रदेश सुनवाई होती है और न ऊपर होती है, हम लोगों का दोष मात्र इतना था कि हमलोग रिजाइन करने वालों में नहीं थे. हम लोगों का दोष इतना था कि हम लोग पार्टी के वफादार थे. पार्टी में हमलोगों का कोई सुनने वाला नहीं था. कोई पूछने वाला नहीं था कि हमलोगों के साथ ऐसा क्यों हो रहा है. पूछना चाहिए था. हम लोग तो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे के साथ खड़े थे जिन्होंने विरोध किया वह मंत्री बने रहे, हमने पार्टी की वफादारी की और तो उसका ईनाम मिल गया.
चुनाव लड़ने के सवाल पर यह बोले मलिंगा
क्या बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे? इस सवाल पर मलिंगा ने कहा, ''चुनाव लड़ना ही होता तो निर्दलीय लड़ लेता जो पार्टी आदेश करेगी, करेंगे.'' मलिंगा ने आगे कहा, ''जिन लोगों के कहने पर हमने रिजाइन नहीं किया, उन्होंने हमारा टिकट काट दिया, भरत सिंह और राजेंद्र घोड़ा का क्या दोष था. हमलोगों को चुन-चुनकर मारा गया है. सिर्फ धौलपुर में प्रद्युमन सिंह ही पार्टी चलाते हैं तो ऐसी पार्टी में रहकर क्या करेंगे.''