Rajasthan Elections 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव में अब महज तीन से चार महीने का समय बचा है और इसके लिए सभी दलों ने युद्धस्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं. राजस्थान की जनता के लिए कई अहम मुद्दे हैं, जिन्हें पूरा करने वालों को ही जनता समर्थन देना चाहती है. वहीं, राजस्थान के बजट में भी सीएम अशोक गहलोत ने कई योजनाएं शुरू करते हुए जनता को साधने की कोशिश की और विपक्ष ने भी कई दावे करते हुए जनता को अपने ओर खींचने के प्रयास शुरू कर दिए. हालांकि, चुनाव से पहले यह जानना बेहद जरूरी है कि राजस्थान की आम जनता किस समस्या को इस बार का सबसे बड़ा मुद्दा बता रही है. 


एबीपी और सी वोटर के सर्वे में भी यही जानने की कोशिश की गई कि वह कौन सा मुद्दा है जो हर राजस्थान वासी पर प्रभाव डालता है और जिसपर ध्यान देने वाला नेता ही जनता का नेते बन सकता है. यह सवाल जब प्रदेश की जनता से किया गया, तो मालूम हुआ कि करीब चार ऐसी समस्याएं हैं, जिनका हल जनता अपनी सरकार से चाहती है. 28 प्रतिशत लोगों ने बताया कि इस बार का सबसे बड़ा मुद्दा महंगाई है. वहीं, 27 फीसदी लोगों का मानना है कि बेरोजगारी की बात करने वाले और इसका समाधान निकालने वाली पार्टी को ही वह वोट देना पसंद करेंगे. इसके अलावा, 10 फीसदी जनता भ्रष्टाचार से त्रस्त और और पांच फीसदी लोगों का मानना है कि प्रदेश में बुनियादी सुविधाओं को मजबूत करना भी एक बड़ा मुद्दा है. इसके अलावा, 30 प्रतिशत जनता ने अन्य मुद्दों जैसे महिला सुरक्षा, बिजली-पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं को भी अहम मुद्दा माना है.


राजस्थान चुनाव के लिए सबसे बड़ा मुद्दा क्या है?
महंगाई-28%
बेरोजगारी- 27%
भ्रष्टाचार-10%
बुनियादी सुविधाएं-5%
अन्य-30%


डिस्क्लेमर- ABP न्यूज़ के लिए सी वोटर ने राजस्थान के चुनाव का पहला सबसे बड़ा ओपिनियन पोल किया है. इस सर्वे में 14 हजार 85 लोगों से बात की गई है. इसके साथ ही राजस्थान की राजनीति के मौजूदा मुद्दों पर त्वरित सर्वे भी किया गया है, जिसमें 1 हजार 885 लोगों की राय ली गई है. सर्वे 25 जुलाई तक किया गया है. इसमें मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है.


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