कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने पुनर्गठित कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) को शुक्रवार को ‘बहुत संतुलित’ करार दिया और कहा कि इसमें युवा शक्ति और अनुभव का अच्छा मिश्रण किया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि 16 और 17 सितंबर को होने वाली कार्य समिति की बैठक आगामी विधानसभा चुनावों के लिए महत्वपूर्ण है.
नई कार्य समिति में शामिल किए गए पायलट ने कहा कि पार्टी ने अब तक उन्हें जो भी जिम्मेदारी सौंपी है, उसे उन्होंने हमेशा पूरी ईमानदारी से निभाया है, लेकिन उनका दिल राजस्थान में बसता है और वहीं पर सबसे अधिक योगदान दे सकते हैं.
उनका यह भी कहना था कि कांग्रेस को विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में ‘‘अग्रणी भूमिका’’ निभानी है क्योंकि यह गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इस गठबंधन में सभी दलों को समान सम्मान दिया जा रहा है.
यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) की धुरी होगी तो पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गठबंधन में हर किसी को भूमिका निभानी है लेकिन कांग्रेस संसद में सबसे बड़ी पार्टी है और लोकतंत्र में संख्या मायने रखती हैं.
उनका कहना था, ‘‘विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ का प्रत्येक घटक एक महत्वपूर्ण अंग है और उसकी अपनी भूमिका है. यह व्यक्तिगत नेताओं या पार्टियों के बारे में नहीं है, यह उन मुद्दों के बारे में है जो सभी को एक साथ लाते हैं. यह गठबंधन संवैधानिक संस्थाओं की रक्षा के बारे में है, संस्थाओं की स्वतंत्रता के बारे में है जो बहुत महत्वपूर्ण है, यह विपक्ष के खिलाफ एजेंसियों के दुरुपयोग के बारे में है.’’
पायलट ने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी को अग्रणी भूमिका निभानी है क्योंकि वह गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी है, लेकिन सभी को परस्पर सम्मान दिया जा रहा है और एक-दूसरे की राजनीतिक संवेदनशीलता का ध्यान रखा जा रहा है, यही मायने रखता है.’’
आगामी शनिवार को हैदराबाद में होने वाली नई कार्य समिति की बैठक के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘एक राष्ट्रीय पार्टी के रूप में हमें अपने देश के सभी हिस्सों के नेताओं को ध्यान में रखना होगा - चाहे वह पूर्वोत्तर, जम्मू और कश्मीर या अन्य क्षेत्र हों. यह एक बहुत ही संतुलित कार्य समिति है जिसका गठन मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा किया गया है.’’
उन्होंने कहा कि इस कार्य समिति में युवाओं और अनुभव का अच्छा मिश्रण किया गया है. कांग्रेस ने गत 20 अगस्त को अपनी कार्य समिति का पुनर्गठन किया था जिसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राहुल गांधी समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हैं. कार्य समिति में 39 सदस्य, 32 स्थायी आमंत्रित सदस्य और 13 विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल किए गए हैं. इस कार्य समिति में सचिन पायलट और शशि थरूर जैसे नेताओं को पहली बार जगह मिली है.
ये भी पढ़ें: Rajasthan Elections 2023: वैभव गहलोत के खिलाफ लड़ चुकीं मुकुल चौधरी BJP में शामिल, इन सीटों से उम्मीदवारी की चर्चा