Politics on Bajrang Dal: राजस्थान में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में कर्नाटक पर सबकी नजरें टिकीं हुई हैं. आज कांग्रेस द्वारा जारी किए गए घोषणा पत्र में वादा किया गया है कि सरकार आने पर बजरंग दल पर बैन लगाया जाएगा. इसका असर राजस्थान तक दिखने लगा है, क्योंकि बीजेपी ने यहां ने इसे यहां मुद्दा बनाया है. उपनेता प्रतिपक्ष डॉ. सतीश पुनियां ने कांग्रेस पर करारा प्रहार किया है. सतीश पुनियां ने ट्वीट कर कहा है कि कांग्रेस और बीजेपी में यही अंतर है कि बीजेपी देश के खिलाफ षडयंत्र रचने वाली संस्थाओं पर चोट करती है और कांग्रेस राष्ट्रवाद की बात करने वाली संस्थाओं पर.
सतीश पूनियां ने आगे कहा कि बजरंग दल की तुलना प्रतिबंधित PFI से करना कांग्रेस की तुष्टिकरण की राजनीति वाली मानसिकता को दर्शाता है. श्रीराम के दूत बजरंगबली हनुमान जी की भूमि कर्नाटक के लोग कांग्रेस के चरित्र से अवगत हैं और आगामी चुनाव में अपना जवाब भी देंगे.
कांग्रेस ने बजरंग दल की तुलना की पीएफआई से
दरअसल, मंगलवार को कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी किया. घोषणापत्र में कांग्रेस ने बजरंग दल की तुलना पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से की और कहा कि अगर उन्हें सत्ता पर काबिज होने का अवसर मिला, तो वे इसे बैन करेंगे. इसका असर राजस्थान में भी दिख रहा है.
कांग्रेस के युवाओं में भी चर्चा तेज
कर्नाटक में बजंरग दल को बैन करने वाले कांग्रेस के वादे की चर्चा अब राजस्थान की राजधानी जयपुर में भी होने लगी है. कांग्रेस के कुछ युवाओं का कहना है कि कहीं ये मुद्दा भारी न पड़ जाए. कुछ कांग्रेस के युवाओं ने इसे मास्टरस्ट्रोक भी बताया है. हालांकि, बीजेपी ने इसपर जमकर नाराजगी जताई है. राजस्थान में इसे चुनावी मुद्दे के रूप में देखा जा सकता है.