Rajasthan Elections 2023: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल लगातार राजस्थान दौरे पर, क्या हैं इसके सियासी मायने, चल रही कोई अंदर तैयारी?
Rajasthan Assembly Election 2023: एक सप्ताह के अंदर दो बार केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के दौरे के बाद से हलचल बढ़ गई है. इनके फीडबैक पर ही सबकुछ तय होने की चर्चा हो रही है.
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Rajasthan Election 2023: केंद्रीय कैबिनेट मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal ) के राजस्थान में लगातार दौरे होने से यहां पर हलचल बढ़ गई है. 19 जून के बाद अब 25 जून को भी गोयल ने जयपुर में मीटिंग की हैं. इसके साथ व्यापारी वर्ग से बातचीत करके ग्राउंड पर चल रही सियासत को भांपा है. पीयूष गोयल को इस समय केंद्र का सबसे खास माना जा रहा है. सूत्रों का कहना है कि राजस्थान में पीएम, गृहमंत्री और भाजपा अध्यक्ष के दौरे से पहले पीयूष गोयल यहां की सच्चाई से रूबरू होना चाह रहे हैं. यहां की रिपोर्ट को आगे फीडबैक के रूप में बढ़ा रहे हैं.
केंद्रीय नेतृत्व यहां पर कोई भी रिस्क नहीं लेना चाह रही हैं. पीयूष गोयल ने जयपुर के इस लगातार दो दौरे से कई अहम बातों को समझा है. इसीलिए उनके दौरे से यहां की भाजपा में खलबली है. हर कोई इस बात परेशान हैं और चिंतित है कि आखिर इस दौरे से कहीं कुछ बिगड़ न जाये. इसीलिए कोई कमी न हो सके सभी एक जुटता के साथ देखें जा रहे हैं . मगर, इसके सियासी मायने कई हैं.
एकजुटता और लोगों से कनेक्टिविटी पर नजर
पिछले दिनों जब पीएम की अजमेर में सभा हुई उसके बाद से पीयूष गोयल को यहां पर मजबूती के साथ लगा दिया गया है. सिर्फ गोयल के लगातार दौरे हो रहे हैं. 19 जून को जब पीयूष आये थे तो उस दिन भी कॉन्ग्रेस की सरकार पर हमला बोला था. सूत्र बता रहे हैं उन्हें उस दिन बेहतर फीडबैक नहीं मिल पाया था. इसीलिए उन्हें दोबारा एक और बड़ा कार्यक्रम करना पड़ा. 25 जून को उनका दौरा कराया गया. इस दौरान जब टिफिन का खाना साथ में खाया गया तो उसमें कई बातों को समझा गया. पार्टी की पकड़ व्यापारियों पर कितनी है. कहीं ढीली तो नहीं पड़ गई है. अब इस बैठक के बाद इनका फीडबैक जैसा होगा उसीपर केंद्रीय नेतृत्व काम करेगी.
क्या सन्देश दिया पीयूष गोयल ने ?
लघु उद्योग भारती के प्रतिनिधि मंडल ने केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के साथ बैठक हुई. ,जिसमें गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत से देश में लघु उद्योगों को बढ़ावा मिल रहा है. हमारी प्राथमिकता चायना उत्पाद के स्थान पर भारतीय उत्पादों को बढ़ाना, गुणवत्ता को बढ़ाना रहा है. केंद्र सरकार ने लघु उद्योगों, मध्यम एवं सूक्ष्म उद्योगों में गुणवत्ता नियंत्रण ऑर्डर में समय सीमा में रियायत प्रदान की है. लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय संगठन मंत्री प्रकाश चंद, राष्ट्रीय पोषण अध्यक्ष योगेश गौतम, प्रदेश उपाध्यक्ष महेंद्र खुराना, फुटवियर एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र चुग, भीलवाड़ा लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष महेश हुरकुट, राजकीय संयुक्त सचिव विनय जी बंब व विमल कटियार ने अपनी बात रखी.
गोयल ने टिफिन बैठक के दौरान कार्यकर्तओं से बातचीत करते हुए कहा कि साथ में इस तर्ज पर सैकड़ों टिफिन बैठकें हो रही हैं, प्रधानमंत्री ने सुझाव दिया था कि कार्यकर्ताओं के साथ घर से टिफिन लाकर सहभोज से आत्मीयता का भाव बढ़ता है. यह केवल औपचारिक बैठक नही वरन् आपसी मेलजोल बढाने का माध्यम बन चुकी है, भाजपा राष्ट्र प्रथम, फिर पार्टी और फिर स्वयं के विचार को आत्मसात् किया है. इससे एक बड़ा संदेश दिया है.
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