Rajasthan Election: राजस्थान के हर बार के विधानसभा चुनाव में पूर्वी राजस्थान बेहद अहम रहा है. यहां का मिजाज हर बार बदल जाता है. जिसे सीटें मिलतीं हैं उन्हें झोली भर के मिल जाती है और जिन्हें नहीं मिलती उन्हें बड़ा नुकसान होता है. ऐसे में इस बार भाजपा एक एक जुटकर यहां पर मेहनत कर रही हैं. यहां पर इस बार ईआरसीपी बड़ा मुद्दा बन गया है. बीते रविवार बीजेपी के दो दिग्गज नेता वसुंधरा राजे और किरोड़ी लाल मीणा ने ईआरसीपी पर जमकर अशोक गहलोत सरकार पर हमला बोला है. लेकिन एक ही दिन करौली में बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीणा और कोटा में वसुंधरा राजे की सभा ने सबको चौंका दिया. हालांकि, राजे की यह जनसभा पहले से ही तय थी. दोनों नेता पूर्वी राजस्थान से आते हैं. इसलिए इस जनसभा के कार्यक्रम के कई राजनैतिक मतलब निकल रहे हैं. 


कोटा केंद्र मगर सियासी निशाने कई जिलों तक 


पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की जनसभा भले ही कोटा में रही, लेकिन वहां से कई सियासी निशाने लगाए गए हैं. कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़ तीनों जिलों को साधा गया है. यहां पर राजे ने अशोक गहलोत सरकार को घेरा है तो कुछ बीजेपी के ही उभरते नेताओं पर सियासी दबाव बना दिया है. पिछले कुछ दिनों में दिल्ली से एक नेता की कोटा के बाहर भी दौड़ बढ़ गई है. उनके क्षेत्र में ही राजे ने इस सभा के माध्यम से संदेश बड़ा दिया है.


सूत्र बता रहे हैं कि कोटा में सियासी माहौल गर्म है. वहां पर इस जनसभा की बहुत चर्चा है. बूंदी खासकर हिंडौली की सीट को लेकर खूब चर्चा है. कोटा से ही कई प्रमुख विधान सभा सीटों पर राजे ने अपना अधिकार क्षेत्र बता दिया है. इसकी गूंज दिल्ली तक पहुंच गई है. 


करौली से दिल्ली और जयपुर तक संदेश 


मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जल्द ही केंद्र सरकार के कैबिनेट में फेरबदल होने वाला है. ऐसे में राजस्थान से किरोड़ी लाल मीणा के शामिल होने की चर्चा है. फेरबदल से पहले ही करौली के सपोटरा में किरोड़ी लाल मीणा ने एक बड़ी जनसभा को सम्बोधित किया है, जहां पर एक लाख के आसपास भीड़ बताई जा रही है. किरोड़ी लाल मीणा का जोरदार गाड़ियों के काफिले से स्वागत किया गया. यहां से इस कार्यक्रम के जरिये किरोड़ी ने जयपुर और दिल्ली तक एक साथ संदेश भेज दिया है. उन्होंने लिखा है कि करौली में सपोटरा विधानसभा क्षेत्र के मामचारी गांव में सुड्डा दंगल में पहुँचने पर स्थानीय जनता द्वारा स्वागत सत्कार सभी का बहुत बहुत आभार.


राजनीति के नजरिए से पूर्वी राजस्थान है क्यों है खास?


पूर्वी राजस्थान बीजेपी और कांग्रेस के लिए खास है. इसलिए जहां पूर्वी राजस्थान से कांग्रेस के बड़े नेता शांत हैं, वहीं पर बीजेपी ने अपने नेताओं को मैदान में उतार दिया है. इसके साथ ही संगठन में भी फेरबदल करके कई नेताओं को नई जिम्मेदारी दी है. जिससे एक्टिविटी जारी रहे.


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