Rajasthan Election 2023: वसुंधरा राजे के साथ इस बार भी होगा उनका 'लकी पेन'? हमेशा इसी से भरा पर्चा, 20 साल से कोई नहीं दे सका मात
Rajasthan Assembly Election 2023: वसुंधरा शहनवाज हुसैन को अपने लिए 'लकी' मानती हैं. पहली बार नामांकन भरने के दौरान भी शहनवाज हुसैन वसुंधरा के साथ थे और उनके ही पेन से राजे ने नामांकन भरा था.
Vasundhara Raje Lucky Pen: राजस्थान चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. ऐसे में नामांकन फॉर्म जमा करने की सरगर्मियां तेज हो गई है. इधर नामांकन को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं की तैयारियां सामने आने लगी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 30 अक्टूबर को अपनी विधानसभा सीट सरदारशहर से नामांकन भरेंगे. साथ ही सचिन पायलट ने भी अपनी नामांकन भरने की डेट बता दी है. अब इस बीच चर्चा है कि, बीजेपी की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) भी चार नवंबर को अपनी विधानसभा सीट झालरापाटन से नामांकन भरनेभरेंगी. इसी बीच वसुंधरा राजे के लकी पेन की भी चर्चाएं भी तेज हो गई हैं कि, वह इस पेन से नामांकन भरने के बाद जीत दर्ज करती हैं.
दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नामांकन भरने की डेट आने के बाद सियासी माहौल गर्म गया है. वहीं झालरापाटन विधानसभा सीट से नामांकन भर रही वसुंधरा राजे के समर्थकों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है. बताया जा रहा है कि, वसुंधरा राजे 4 नवंबर को अपना नामांकन दाखिल करेंगी. इसको लेकर अधिक से अधिक भीड़ जुटाने के लिए कार्यकर्ताओं ने कवायद शुरू कर दी है. बता दें कि, वसुंधरा राजे झालरापाटन विधानसभा सीट से पिछले 20 सालों से लगातार विधायक रही हैं. हर बार वसुंधरा राजे नामांकन भरने के दौरान अपने साथ एक लकी मैन को भी रखती हैं. यह लकी मैन पूर्व मंत्री शहनवाज हुसैन हैं. वसुंधरा ने अब तक हर बार नामांकन भरने के दौरान पूर्व मंत्री शहनवाज हुसैन को साथ रखा.
शहनवाज हुसैन को मानती हैं लकी
वहीं वसुंधरा शहनवाज हुसैन को अपने लिए 'लकी' मानती हैं. पहली बार नामांकन भरने के दौरान भी शहनवाज हुसैन वसुंधरा के साथ थे और उनके ही पेन से राजे ने नामांकन भरा था. इसके बाद वह चुनाव जीती और राजस्थान की मुख्यमंत्री का पद संभाला. शहनवाज हुसैन के पेन को वसुंधरा अपने लिए लकी मानती हैं. तब से वसुंधरा राजे यही क्रम दोहरा रही हैं.
इस बार भी यही चर्चा है कि लकी मैन के रूप में शहनवाज हुसैन और उनका पेन वसुंधरा के साथ होगा. बीजेपी की कद्दावर नेता और दो बार की मुख्यमंत्री रह चुकी वसुंधरा राजे का अपनी विधानसभा सीट पर व्यापक प्रभाव है. इसके कारण अब तक वसुंधरा 20 वर्षों से लगातार यहां से चुनाव जीतती आ रही है. यह वसुंधरा राजे का गढ़ माना जाता है. पिछले 2018 के विधानसभा चुनाव में उनका कांग्रेस के मानवेंद्र सिंह से मुकाबला हुआ था.