Rajasthan Elections 2023: राजस्थान के भीलवाड़ा में आसींद उपखंड की ग्राम पंचायत में पिछले 30 सालों से बदहाल सड़क के निमार्ण को लेकर ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है. ग्रामीणों ने गांव के मुख्य मार्ग के बाहर बोर्ड लगाकर रोड नही तो वोट नहीं के नारे के साथ विरोध शुरू कर दिया है. गांव वालों ने चेतावनी दी है कि जब तक दौलतगढ़ से आसींद महाराजपुरा चौराहे तक लगभग 9 किलोमीटर रोड नहीं ठीक करवाई जाती तब तक कोई भी प्रत्याशी गांव के अंदर नहीं आ सकता है. 
 
दरअसल, गांव के लोगों का कहना है कि, इस सड़क की दुर्दशा सुधारने के लिए हमने कई धरना प्रदर्शन किए, लेकिन इस सड़क की सुध लेने वाला कोई नहीं मिला. कोरोना काल से लेकर अब तक इस सड़क पर सैकड़ों लोग हादसे का शिकार हो चुके हैं, लेकिन जनप्रतिनिधियों की लापरवाही के चलते इस सड़क पर न तो पैच वर्क किए गए, न ही इसको दुरुस्त करने के लिए कोई प्रयास किए गए. अब हर तरफ से निराशा मिलने के बाद आखिरकार गांव वालों ने एक बड़ा फैसला लेते हुए गांव के बाहर एक बोर्ड लगा दिया. साथ ही इस बोर्ड के जरिए प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधियों को चेतावनी दी है कि, सड़क नही तो वोट नहीं और गांव में प्रत्याशियों का आना भी मना है.


ग्रामीणों ने क्या कहा?
वहीं दौलतगढ़ गांव के निवासी मुबारिक हुसैन बताते हैं कि, पिछले 30 सालों से इस सड़क की स्थिति जस की तस बनी हुई है. 30 सालों में कांग्रेस और बीजेपी का शासन काल रहा, लेकिन किसी ने इस सड़क की सुध नहीं ली है. अब गांव वालों का फैसला सर्वोपरि है. वहीं दौलतगढ़ निवासी राजेश सिंह ने बताया कि, इस सड़क को बनाने के लिए आर्डर जारी हो गए, लेकिन अभी तक विभागीय अधिकारियों ने किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया है. ऐसे में अब प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता लग गई.


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