Rajasthan Elections 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए 25 नवंबर को मतदान संपन्न हुआ. इस बार विधानसभा चुनाव में राजनीतिक पार्टियों के अलावा कई निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनावी मैदान में अपना भाग्य आजमा रहे हैं. अब मतदान होने के बाद सभी प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला तीन दिसंबर को होगा. तीन दिसंबर को कौन जीतेगा और कौन हारेगा, किसका भाग्य साथ देगा यह तो समय ही बताएगा, लेकिन मतदान होने के बाद कई इलाकों में तनाव की स्थिति बनी हुई है.

दरअसल, कई जगह प्रत्याशियों के समर्थकों ने अपने प्रत्याशी को वोट न देने पर लोगों के साथ मारपीट की है, जिसमें कई लोग घायल हुए हैं. बता दें कि दो दिन पहले भरतपुर जिले की नगर विधानसभा क्षेत्र के महरायपुर गांव में भी वोट नहीं देने को लेकर ग्रामीणों पर हमला किया गया है. महरायपुर गांव में आज भी शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस बल को तैनात किया गया है.  


15-20 लोगों ने किया हमला


वहीं धौलपुर जिले के बाड़ी विधानसभा क्षेत्र में कंचनपुर थाना क्षेत्र के सिकरौदा गांव में वोट नहीं देने से नाराज प्रत्याशी के समर्थकों ने 60 वर्षीय बुजुर्ग सुरेश ठाकुर पर हमला कर दिया. हमले में घायल बुजुर्ग को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बुजुर्ग को  जिला अस्पताल रेफर कर दिया. वहीं रविवार की देर शाम कुछ लोगों ने धौलपुर जिले की बाड़ी विधानसभा क्षेत्र के पंजीपुरा गांव में लगभग 15-20 लोगों ने हमला कर दिया, जिसमें 3 बच्चों सहित 10 लोग घायल हो गए, जिसमें दो की हालत गंभीर बताई जा रही है.


तीन बच्चे भी हुए घायल


जानकारी के अनुसार बाड़ी विधानसभा क्षेत्र के महुआ खेड़ा बाजार में कटिंग कराने गए दो चचेरे भाइयों से वोट नहीं देने को लेकर समर्थकों ने झगड़ा किया था. जैसे तैसे दोनों भाई अपना बचाव करते हुए घर पहुंचे, लेकिन देर शाम को लगभग 15-20 लोगों ने वहां पहुंच कर उनके साथ मारपीट शुरू कर दी और फायरिंग भी की. इसके बाद मारपीट में लगभग 10 लोग घायल हो गए, जिनमें तीन बच्चे भी शामिल हैं. 


इन धाराओं में केस दर्ज


घायलों की पहचान 11 वर्षीय शिवा, 14 वर्षीय संदीप, 15 वर्षीय ललित, 25 वर्षीय रंजीत, 10 वर्षीय सुंदर, 22 वर्षीय जगन, 23 वर्षीय सचिन, 17 वर्षीय छोटू, 42 वर्षीय प्रेम सिंह के रूप में हुई है. वहीं कंचनपुर थाना प्रभारी योगेंद्र शर्मा ने बताया कि पंजीपुरा गांव में मारपीट का मामला सामने आया है. वहीं ग्रामीणों की शिकायत पर धारा 307 और 3/25 एससी-एसटी एक्ट के तहत ममाला दर्ज कर लिया गया है.  फिलहाल मामले की जांच सीओ ग्रामीण कर रहे हैं और 12 लोगों को शांतिभंग की धारा में गिरफ्तार कर लिया गया है.