Rajasthan Electricity: राजस्थान में बिजली महकमा हुआ हाईटेक, अब व्हाट्सएप और फेसबुक के जरिए ऐसे दर्ज करवाएं दिक्कत
Rajasthan News: बिजली संबंधी समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए उपभोक्ता टोल फ्री नंबर के अलावा अब व्हाट्सएप, ट्विटर, फेसबुक और ईमेल के जरिए भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
Rajasthan Electricity News: राजस्थान का बिजली महकमा (Rajasthan Electricity department) अब हाईटेक हो गया है. यहां अजमेर विद्युत वितरण निगम ने उपभोक्ताओं को बड़ी राहत पहुंचाने के लिए नवाचार किया है. बिजली संबंधी समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए उपभोक्ता टोल फ्री नंबर के अलावा अब व्हाट्सएप, ट्विटर, फेसबुक और ईमेल के जरिए भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. इन सभी समस्याओं का समय पर तार्किक समाधान किया जाएगा. निगम के इस निर्णय से प्रदेश के 12 जिलों में उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी.
एमडी ने अधिकारियों को दिए ये निर्देश
अजमेर डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक एन.एस. निर्वाण ने सभी सहायक अभियंताओं, अधिशासी अभियंताओं और अधीक्षण अभियंताओं को निर्देश दिए हैं कि वे सभी अपने कार्यालय में उचित स्थान पर डिस्कॉम के टोल फ्री नंबर, व्हाट्सएप्प नंबर, फेसबुक, ट्विटर और ईमेल आईडी उचित स्थान पर प्रदर्शित करें, ताकि उपभोक्ताओं की समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान किया जा सके.
डिस्कॉम की आईटी विंग 24 घंटे एक्टिव
प्रबंध निदेशक ने बताया कि आमजन की विद्युत संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए डिस्कॉम पूरी तरह प्रतिबद्ध होकर काम कर रहा है. समस्या के त्वरित समाधान के लिए डिस्कॉम अब और तेजी से काम करेगा. डिस्कॉम आईटी विंग और कॉल सेंटर के माध्यम से लगातार 24 घंटे काम कर रही है. निगम के सभी 12 सर्किलों को पाबंद किया गया है कि उपभोक्ता की समस्या मिलते ही तुरंत समाधान के प्रयास किए जाएं. शिकायत निवारण की लगातार प्रबंध निदेशक स्तर से मॉनिटरिंग की जाएगी.
कॉल सेंटर पर ऐसे होगा काम
निर्वाण के मुताबिक, कॉल सेंटर पर वॉइस रिकॉर्डिंग होगी. उपभोक्ता बिजली बंद होना, ट्रांसफार्मर जलना, असुरक्षित लाइन, बिजली चोरी, कर्मचारी के दुर्व्यवहार और अन्य तकनीकी समस्याओं की शिकायत विभिन्न माध्यमों के जरिए दर्ज करवा सकते हैं. 33/11 केवी सिस्टम में रुकावट या ब्रेक डाउन की सूचना तुरंत संबंधित एक्सईएन और एईएन (एचटीएम) को दी जाएगी. पंजीकृत शिकायतों पर एफआरटी को समय पर पहुंच कर उनका निस्तारण करना होगा. शिकायत की रैंडम जांच, सत्यापन एफआरटी वाहन की निगरानी में होगी. शिकायत, निवारण, लंबित और शिफ्ट ड्यूटी में एजेंटों और पर्यवेक्षकों की संख्या भी लिखी जाएगी.