Rajasthan News: लोकसभा चुनाव के चलते देशभर में आचार संहिता लागू है. ऐसे में राजस्थान के मुख्य सचिव सुधांश पंत ने प्रदेश के अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए कहा कि सभी अधिकारी जनता की आकांक्षाओं के अनुरूप धरातल पर रहकर कार्य करें. पानी, बिजली और चिकित्सा जैसी आवश्यक सेवाओं का नियमित रूप से निरीक्षण करें. किसी भी तरह की समस्या हो, उसका शीघ्र निस्तारण किया जाए.


मुख्य सचिव सुधांश पंत ने रविवार को शासन सचिवालय में पानी, बिजली, चिकित्सा और गुड गवर्नेंस से संबंधित आयोजित बैठक में वीसी के माध्यम से प्रदेश के संभागिय आयुक्त, जिला कलेक्टर अन्य जिला स्तरीय अधिकारियों के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे. प्रदेश भर में भीषण गर्मी के प्रकोप को देखते हुए हीटवेव को लेकर मौसम विभाग ने भी अलर्ट जारी कर दिया है.


रात के समय नहीं कटेगी बिजली
आने वाले एक हफ्ते तक तापमान में लगातार बढ़ोतरी की संभावनाएं भी जताई हैं, जिसे देखते हुए इस बैठक में मुख्य सचिव ने बिजली विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस गर्मी के मौसम में विशेष रूप से रात के समय बिजली के लिए निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करें. 


जोधपुर जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल कलेक्टर परिसर स्थित डीओआईटी के कक्ष से वीसी के माध्यम से जुड़े संभागीय आयुक्त बीएल मेहरा ने कहा कि गर्मी को देखते हुए आमजन को किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़े. इसके लिए संभाग के सभी जिला कलेक्टर उपखंड अधिकारियों के साथ विभाग के अधिकारियों के समन्वय के प्रयास करें. इस दौरान जिला कलेक्टर ने जानकारी दी की पेयजल के अधिक समस्या वाले क्षेत्रों में 10 एलपीसीडी को बड़ा कर 30 एलपीसीडी जल आपूर्ति के लिए टैंकर की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए जा चुके हैं.
 
भीषण गर्मी के प्रकोप को देखते हुए आमजन को बिजली की समस्या से सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए डिस्कॉम विभाग के कार्य में आने वाली सभी समस्याओं का निस्तारण कर बिजली को सुचारू रूप से सप्लाई जारी रखने के निर्देश दिए गए हैं.


पानी की समस्या का भी समाधान
भीषण गर्मी और हीटवेव के चलते राजस्थान में पानी की भी समस्या बढ़ने लगी है. पानी की बढ़ती समस्या के निस्तारण के लिए सप्लाई सुचारू रूप से की जाए. साथ ही ऐसे क्षेत्र जहां पर पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है, वहां तक टैंकर से पानी सप्लाई किया जाए.


प्रदेश में भीषण गर्मी के प्रकोप और हीटवेव के चलते अस्पतालों में मरीजों की भी ओपीडी बढ़ने लगी है. उसके साथ हीटवेव के बचाव के लिए सभी तरह के संसाधन और अस्पतालों में टीम को अलर्ट रखने के निर्देश दिए हैं, जिससे हीट वेव मरीज को तुरंत स्वस्थ लाभ दिया जा सके.


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