Sariska Tiger Reserve:  सरिस्का में बाघों की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही. हर साल देश विदेश से लाखों पर्यटक यहां भ्रमण के लिए आते हैं. सरिस्का को अब और पंख लगने वाले है इसके लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी गम्भीर है उन्होंने विभागीय अधिकारियों से सरिस्का के डवलपमेंट के लिए और सुझाव मांगे है. विभाग ने इस क्षेत्र में वन्य जीवो के स्वछंद विचरण व सुरक्षा को लेकर क्षेत्र में एलिवेटेड रोड़ व टनल बनाने का प्रस्ताव तैयार किया है.



सीएम गहलोत ने मांगे हैं सुझाव
करीब 12 सौ वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले सरिस्का वन अभ्यारण्य में करीब 25 बाघ बाघिन सहित हजारो विभिन्न प्रजातियों के वन्य जीव मौजूद हैं. यहां हर साल लाखों पर्यटक देश विदेश से बाघों की दहाड़ सुनने के लिए आते है. लेकिन सरिस्का वन क्षेत्र से गुजरने वाले सड़क मार्ग से अक्सर वाहनों के टकराने से वन्य जीवों की टकरा कर मौत हो जाती है साथ ही सरिस्का वन क्षेत्र में बाहरी असामाजिक लोगो को आने जाने से रोक पाना भी मुश्किल होता जिससे बाघों सहित अन्य वन्य जीवों के शिकार का भी अंदेशा बना रहता है.



सरिस्का के डेवलपमेंट के लिए सीएम गंभीर
सरिस्का वन क्षेत्र को सुरक्षित,सुदृढ और विकसित बनाने की दिशा में अब प्रदेश के मुख्यमंत्री भी गम्भीर नजर आ रहे हैं उन्होंने विभागीय अधिकारियों के साथ इस पर चर्चा की और सुझाव मांगे, जिस पर इस क्षेत्र में एलिवेटेड रोड़ बनाये जाने के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई.

सरिस्का सीसीएफ आर एन मीणा ने बताया करीब दो हजार करोड़ के इस प्रस्ताव में नटनी का बारां से थैंक्यू बोर्ड तक एलिवेटेड रोड़ बनाने के प्रस्ताव पर चर्चा हुई  साथ ही प्रसिद्ध लोक देवता भर्तहरि व प्रसिद्ध हनुमान मंदिर पांडुपोल के लिए टनल बनाने के प्रस्ताव पर भी चर्चा की गई ताकि सरिस्का वन क्षेत्र पूरी तरह सुरक्षित हो सके साथ ही इसका फायदा वन्य जीवों के स्वछंद विचरण में भी मिलेगा जिससे ओर वंशवृद्धि होगी और सरिस्का में बाघों की संख्या में इजाफा होगा.


सरिस्का के लिए वरदान साबित होगा एलिवेटेड रोड
एलिवेटेड रोड सरिस्का के लिए वरदान साबित होगा. सुनने में यह बड़ा अजीब लग रहा होगा, लेकिन यह सत्य है अलवर जयपुर सड़क मार्ग सरिस्का के बीचो बीच से होकर गुजरता है. हजारों वाहन इस सड़क मार्ग से गुजरते हैं. ऐसे में प्रतिदिन वन्यजीवों की जान जाती है. लंबे समय से सरिस्का में एलिवेटेड रोड बनने की मांग उठ रही है. लेकिन एलिवेटेड रोड में करोड़ों का खर्चा आएगा. ऐसे में अब कुछ हिस्से में एलिवेटेड रोड बन सकता है.

इस दिशा में वन विभाग, प्रदेश सरकार व एनएचएआई काम कर रहा है. सब कुछ ठीक रहा तो आने वाले समय में एलिवेटेड रोड का काम शुरू हो सकता है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार बाघों के संरक्षण को लेकर गंभीर है. सरकार की सकारात्मक नीतियों के कारण बाघों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. सरकार की तरफ से 'प्रोजेक्ट टाईगर और 'ईको-टूरिज्म' नीति के प्रभावी क्रियान्वयन के चलते रणथम्भौर में दुनियाभर से पर्यटकों का आगमन हो रहा है.


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