Rajasthan News: राजस्थान के शिव विधानसभा क्षेत्र के भिंयाड़ गांव से एक तस्वीर सामने आई है जिसमें एक बुजुर्ग मरीज जमीन पर लेटा है और उसे स्लाइन चढ़ाया जा रहा है. इस तस्वीर के सामने आने के बाद पूर्व सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने राज्य के स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाया है. उन्होंने राज्य के सीएम भजनलाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma) और स्वास्थ्य मंत्री से मामले में संज्ञान लेने की अपील की है.


सीएम गहलोत ने 'एक्स' पर लिखा, ''इस तरह की हृदय विदारक तस्वीर आना राजस्थान सरकार की व्यवस्था पर सवाल है. मुख्यमंत्री जी एवं स्वास्थ्य मंत्री इस पर संज्ञान लें एवं आगे कहीं भी इसकी  पुनरावृत्ति न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करें.''


गहलोत ने 1990 के दशक की घटना को किया किया
अशोक गहलोत ने एक और किया, ''मुझे ऐसा याद है कि 1990  के दशक में भी एक बार इसी तरह राजस्थान में कुछ जगह तापमान 50 डिग्री सेल्सियस के पार गया था. तब भी हीट स्ट्रोक के कारण लोग हताहत हुए थे. अस्पतालों में हीट स्ट्रोक के इलाज के लिए बर्फ की सिल्लियां लाई गईं एवं हीट स्ट्रोक के वार्ड्स का तापमान कम कर इलाज किया गया था.''






पूर्व सीएम गहलोत की आम लोगों से यह अपील
पूर्व सीएम ने कहा, ''राजस्थान में हीटस्ट्रोक से अभी तक एक दर्जन से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. आमजन से निवेदन है कि बेहद आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलें. ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं. घर के बाहर पक्षियों एवं पशुओं के पीने के लिए भी पानी रखने का प्रयास करें.''


सरकार को सुझाव देते हुए गहलोत ने कहा,''सरकार भी गर्मी से होने वाली परेशानियों से निपटने का पूरा इंतजाम रखे. मजदूर एवं निम्न आय वर्ग के लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाने वाले समृद्ध वर्ग से निवेदन है कि इस गर्मी में सहानुभूतिपूर्वक विचार कर सुबह और शाम में ही काम करवाएं जिससे इनका जीवन और आजीविका दोनों चल सकें."


सरकार राहत के कर रही उपाय- सीएम भजनलाल


उधर, सीएम भजनलाल शर्मा ने भीषण गर्मी को देखते हुए बयान जारी किया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेशवासियों को गर्मी से राहत पहुंचाने का प्रयास कर रही है. उन्होंने बताया कि मौसमी  बीमारियों और लू से बचाव के इंतजाम किए गए हैं. इसके अलावा पशुओं के लिए भी व्यवस्था की जा रही है. उन्होंने प्रदेशवासियों से एहतियात बरतने की अपील की है.


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