Rajasthan Crime News: उदयपुर की प्रतापनगर पुलिस ने नकली नोट बनाने वाले गिरोह का पर्दांफाश किया है. गिरोह के पास से 36 लाख 70 हजार की जाली करेंसी और प्रिंटर, कटर भी बरामद किये गये हैं. नोट पेपर  शीट, प्रिंटर और कटर का इस्तेमाल गिरोह नकली नोट बनाने में करता था. पुलिस ने गिरोह के सात सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने बताया कि इनपुट के आधार पर कार्रवाई को अंजाम दिया गया. पुलिस को सूचना मिली थी कि वैशाली नगर स्थित प्रकाश लखारा के मकान में नकली नोट बनाने का काम चल रहा है.


नकली नोट बनान के काम में किरायेदार रोनक रातलिया, राहुल लोहार और अजय भारती शामिल हैं. पुलिस ने मकान पर दबिश देकर तीनों को धर दबोचा. छापेमारी के दौरान मौके से नकली नोट और उपकरण बरामद हुए. राहुल लोहार से पूछताछ में गिरोह के और सदस्यों की जानकारी मिली.


पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मध्य प्रदेश से लखन उर्फ कालू , समीर मंसूरी, शहजाद शाह और भीलवाड़ा से बब्लू को गिरफ्तार कर लिया. उनके पास से 10 लाख 20 हजार रुपये के जाली नोट बरामद हुए. नकली नोट का बंडल 500-500 रुपये का है. गिरोह का सरगना राहुल लोहार है. राहुल लोहार जल्द करोड़पति बनना चाहता था. उसने घर वालों को भी मर्चेन्ट नेवी में नौकरी करने की झूठी बात बता रखा थी.


नकली नोट बनाने वाले गिरोह के सात सदस्य गिरफ्तार


जल्द अमीर बनने की लालच में राहुल लोहार ने आर्थिक अपराधियों के साथ मेल जोल बढ़ाना शुरू किया. उसकी पहचान भीलवाड़ा के जालसाज गणेश लाल चौधरी से हुई. उसने गणेश लाल को नकली नोट छापने का प्लान बताया. राहुल लोहार ने गणेश लाल चौधरी के मार्फत प्रिंटिंग मशीन, रंगीन प्रिंटर, नोट पेपर की शीट, कटर मंगवाये. उपकरण आने के बाद राहुल लोहार ने अन्य दोस्तों को भी नकली नोट बनाने में शामिल कर लिया. पुलिस ने नकली नोट बाजार में पहुंचने से पहले गिरोह का खुलासा कर दिया. आरोपियों की पहचान राहुल लोहार, रोनक रातलिया, अजय भारती, बब्लू उर्फ समीर जाट, शहजाद शाह, समीर मंसूरी और लखन उर्फ कालू के रूप में हुई है. 


(रिपोर्ट- चेतन कुमार)


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