Female Nursing Staff Protest: राजस्थान में महिला नर्सिंग कर्मचारी अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर 1 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल कर धरना प्रदर्शन कर रही है. लेकिन सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है . विगत दिन महिलाओं ने धरना स्थल पर भजन गाकर सरकार को जगाने का कार्य किया था . सरकार को सद्बुद्धि के लिए हवन यज्ञ भी किया हनुमान चालीसा का पाठ भी किया लेकिन सरकार की तरफ से कोई भी इन महिला नर्सिंग कर्मचारियों के लिए कदम नहीं उठाया है .
भैंस के आगे बजाई बीन
महिला नर्सिंग कर्मचारियों द्वारा 1 मई से लगातार धरना प्रदर्शन किया जा रहा है महिलाओं ने धरना स्थल पर भजन गाकर , सरकार के लिए हवन यज्ञ कर के हनुमान चालीसा का पाठ भी कर लिया लेकिन अशोक गहलोत की सरकार के कान पर भी जूं नहीं रेंगी है . महिला नर्सिंग कर्मचारियों द्वारा आज भैंस के आगे बीन बजाकर कांग्रेस की सरकार को जगाने का काम किया है . महिला नर्सिंग कर्मचारियों का कहना है की अगर सरकार हमारी नहीं सुनेगी तो आगे उग्र आंदोलन किया जायेगा .
मिनी सचिवालय पर 17 दिन से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठी महिला नर्सिंग कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी करते हुए सरकार से मांग की है. उनकी इच्छा यह है कि जल्दी से हमारी मांगों को पूरा किया जाये. जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाएंगी तब तक आंदोलन चलता रहेगा. एएनएम एलएचवी की जिला उपाध्यक्ष सरोज कुंतल ने बताया है की हमारी मांगे है हमारा ग्रेड पे 2800 से 3600 तक बढ़ाया जाए और पदनाम बदला जाये जो एएनएम एलएचवी के पद लुप्त किए गए है उन्हें वापस चालू किया जाये .
क्या कहना है पूर्व मुख्य चिकित्सा अधिकारी का
पूर्व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कप्तान सिंह ने कहा कि, ANM और LHV ने कोरोना काल में घर-घर जाकर सर्वे किया . लोगों की सेवाएं की, कोरोना काल में सभी अधिकारी घरों में बंद थे. उस समय सरकार इनकी बहुत बढ़ाई कर रही थी. इतनी धूप में सभी महिलाएं बैठी हुई हैं, लेकिन अभी तक यहां कोई नहीं आया. राजस्थान सरकार में मंत्री और भरतपुर विधानसभा से विधायक डॉ. सुभाष गर्ग भरतपुर रोजाना आते हैं. सरकार को सिर्फ अपने प्रचार से मतलब होता है, किसी से कोई मतलब नहीं है. कोई नुमाइंदा आकर बात तो करें, सरकार को इसमें गंभीरता दिखाए. मेडिकल के ग्रासरूट के वर्कर है यह महिला नर्सिंग कर्मचारी .
क्या कहना है एएनएम / एलएचवी एसोसिएशन की उपाध्यक्ष का
राजस्थान राज्य LHV/ANM एसोसिएशन की उपाध्यक्ष सरोज कुंतल ने कहा कि, 17 दिन से हम यहां धरना दे रहे हैं. यहां गर्मी में हमारी बहनें बैठी हुई हैं. कई बार यह बेहोश भी हो जाती हैं. यह इतनी परेशान हो रहीं हैं लेकिन, गहलोत सरकार के सिर पर जूं तक नहीं रेंग रही. आज भैंस के आगे बीन बजाई है. इससे यह प्रतीत होता है कि, जिस तरह भैंस के आगे बीन बजाने से कोई फर्क नहीं पड़ रहा उस तरह गहलोत सरकार पर भी महिला नर्सिंग कर्मचारियों द्वारा दिए जा रहे धरना प्रदर्शन का कोई फर्क नहीं पड़ रहा. हमारे साथ अत्याचार हो रहा है. हमारी सरकार अब भी नहीं मानती तो आंदोलन और भी उग्र किया जाएगा.
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