(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Jodhpur में आयोजित होने जा रहा पहला 'राजस्थान इंटरनेशनल एक्सपो', विदेशी बिजनेस रिप्रेजेंटेटिव लेंगे हिस्सा
Rajasthan International Expo: RPC चेयरमैन राजीव अरोड़ा ने कहा कि इस एक्सपो में भाग लेने के लिए लगभग 25 विदेशी दूतावास के राजदूतों ने अपने व्यापारिक प्रतिनिधि भेजने के लिए सकारात्मकता दिखाई है.
International Handicraft Expo: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) प्रदेश के हैंडीक्राफ्ट व्यवसाय व एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रहे हैं. इसी सिलसिले में राजस्थान के हैण्डीक्राफ्ट क्षेत्र में निर्यात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राजस्थान एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल द्वारा भव्य स्तर पर ‘राजस्थान इंटरनेशनल एक्सपो‘ का प्रथम संस्करण जोधपुर में आयोजित किया जाएगा. यह एक्सपो जोधपुर के बोरोनाड़ा स्थित ट्रेड फेसिलिटेशन सेन्टर में 20 से 23 मार्च को आरईपीसी के चेयरमैन राजीव अरोड़ा ने इसकी जानकारी दी हैं.
अरोड़ा ने आगे बताया कि इस एक्सपो में भाग लेने के लिए दिल्ली स्थित लगभग 25 विदेशी दूतावास के राजदूतों ने अपने व्यापारिक प्रतिनिधि भेजने के लिए सकारात्मकता दिखाई है. एक्सपो में शामिल होने के लिए पुष्टि करने वाले कुछ दूतावासों में फिजी गणराज्य, दक्षिण सूडान, जाम्बिया और नारू शामिल हैं. एक्सपो के एक्जीबिशन ऐरिया में 5 डोम लगाए जाएंगे, जिनमें कुल 318 स्टॉल्स होंगे. उन्होंने कहा कि इन स्टॉल्स पर हस्तशिल्प और फर्नीचर से लेकर टैक्सटाईल और गारमेंट, एग्री फुड, किचनवेयर एवं मेटरवेयर, इंजीनियरिंग गूड्स, ज्वेलरी, सिरेमिक व अन्य उत्पादों को व्यापक स्तर पर पांडाल में प्रदर्शित किया जाएगा.
हैण्डीक्राफ्ट सेक्टर को मिलेगी मदद
अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग, राजस्थान सरकार, वीनू गुप्ता ने कहा कि 20 से 23 मार्च को जोधपुर में होने वाले राजस्थान इंटरनेशनल एक्सपो के माध्यम से प्रदेश के हैण्डीक्राफ्ट सेक्टर को निर्यात के क्षेत्र में विश्व मानचित्र पर स्थापित करने में मदद मिलेगी. एक्सपो में भाग लेने के लिए प्रदेश हैण्डीक्राफ्ट निर्माता आरईपीसी की वेबसाईट पर जाकर एग्जीबिटर्स के तौर पर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. वहीं निर्यात के मामले में राजस्थान देश में 12वें स्थान पर है. प्रदेश में निर्यात की खासी संभावनाएं हैं. पिछले वर्षों में प्रदेश से होने वाले निर्यात की फीसदी में भी खासी बढ़ोतरी हुई है. अंतरराष्ट्रीय स्तर के एक्सपो होने से ना केवल स्थानीय उत्पादों को बेहतर बाजार मिलेगा बल्कि उनकी पहचान भी बनेगी.