Rajasthan News: दुनियाभर के लोगों को सांपों के नाम से ही डर लगता है और यदि सांप दिख जाए तो होश उड़ जाते हैं, लेकिन राजस्थान के कोटा में इन सांपों को बड़े ही प्यार से रखे जाने की योजना बनाई जा रही है. ऐसे में कोटा में बंदी रोड पर हर्बल पार्क में बना स्नेक पार्क लोगों को खूब आकर्षित करेगा. अभी उम्मीद जताई जा रही है कि साल 2024 में कोटा को प्रदेश के पहले स्नेक पार्क की सौगात मिल जाएगी. इसकी बिल्डिंग बनकर तैयार हो चुकी है, यहां केवल सीजेडए (सेंट्रल जूह अॅथोरिटी) से एनओसी का इंतजार किया जा रहा है.
कोटा यूआईटी से जो भी जानकारी मांगी है वह सभी उपलब्ध करा दी गई है. शीघ्र ही यहां सांपों की कई प्रजातियां देखने को मिलेगी. यहां पर्यावरण प्रेमी इनका दीदार कर सकेंगे और यहां रिसर्च भी होगा. पिछले 20 सालों से इस पार्क का इंतजार किया जा रहा था, जो अब जल्द ही पूरा होने जा रहा है. कोटा में स्नेक पार्क की बिल्डिंग बने एक साल हो गया है. इस काम के लिए 10 करोड़ का बजट पास किया गया था. यूआईटी ने इसके लिए बिल्डिंग बनाने पर 7.42 करोड़ खर्च किए हैं. 9290 वर्ग फीट में दो मंजिला बिल्डिंग बनाई गई है. ग्राउंड फ्लोर सहित फस्ट फ्लोर पर 6703 वर्गफीट निर्माण किया गया है.
यहां सांपों पर होगा रिसर्च
यहां फ्रंट में रिसेप्शन और लाउंज बनाए गए हैं. अंदर की तरफ अलग-अलग स्नेक चैंबर बनाए गए हैं, जिसमें सांपों को उनकी अनुकूलता के अनुसार रखा जाएगा. एक बड़ा एग्जिबिशन हॉल बनाया गया है. विजीटर्स के लिए गैलरी, रिलीफ ऐरिया और कैफेटेरिया भी बनाया गया है. सीजेडए ने यूआईटी ने सांपों की प्रजाति की लिस्ट मांगी थी, इस पर यूआईटी ने 29 भारतीय और 4 अमेरिकन प्रजाति के सांपों की लिस्ट को भेज दिया है. एनओसी मिलने के साथ ही यहां सांपों को लाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. देश विदेश के सांपों को यहां लाया जाएगा. फार्मा के स्टूडेंट्स से लेकर डॉक्टर्स और वन्यजीव कर्मचारी-अधिकारी ट्रेनिंग और रिसर्च भी यहां कर सकेंगे.
इन प्रजातियों के सांपों को यहां रखा जाएगा
भारतीय सांपों की बात करें तो यहां इंडियन कोबरा, कॉमन इंडियन करैत, रसल्लस वाइपर, नोन पॉइजन सांपों में इंडियन पायथन, रेट स्नेक, चेकर्ड कील ब्लैक, बोंज बेक कील स्नेक, ट्रिनकेट स्नेक, केट स्नेक, ब्रांडेड कुकरी, वोल्फ स्नेक, रेड स्पोटेड रॉयल, फोरस्टन केट स्नेक, बेंडेड रेचर सांप रखे जाएंगे जबकी विदेशी प्रजातियों में मेक्सीकन किंग स्नेक, मिल्क स्नेक, कॉर्न स्नेक और बॉल पायथन स्नेक यहां रखे जाएंगे.
20 सालों से हो रहा था प्रयास
रेप्टिलियन साइंस के कॉओर्डिनटोर डॉ. विनीत महोबिज ने बताया कि कोटा में स्नेक पार्क की योजना 20 साल फाइलों में रही. राजभवन ने रुचि दिखाई और बजट पारित किया तो सरकार ने यूआईटी से बूंदी रोड स्थित हबल पार्क में जुलाई 2021 में बिल्डिंग का निर्माण शुरू कराया था. इसे पूरा करने के लिए 30 अप्रैल 2022 को डेडलाइन रखी गई थी. अब बिल्डिंग तो तैयार हो गई है, लेकिन सांप अभी तक नहीं लाए जा सके, लेकिन शीघ्र ही यह शुरू होने जा रहा है. यहां वाइल्ड लाइफ पर काम करने वालों को लाभ होगा वहीं एक नया शोध केन्द्र बनेगा.