Rajasthan News: मंत्री बनने के लिए बीजेपी (BJP) विधायक प्रदेश और केंद्र के नेताओं के साथ लॉबिंग करने में लग गए हैं. भरतपुर (Bharatpur) जिले में सात विधानसभा सीट है जिनमे से एक सीट भरतपुर  पर रालोद प्रत्याशी डॉ. सुभाष गर्ग ने जीत दर्ज की है और बयाना विधानसभा सीट पर बीजेपी की बागी और निर्दलीय प्रत्याशी के रूप चुनाव लड़ी ऋतू बनावत की जीत हुई है. शेष 5 विधानसभा सीटों पर बीजेपी के प्रत्याशियों की जीत हुई है. अब सभी 5 विधायक मंत्री बनने की जोड़-तोड़ में लग गए हैं. 
   
सीएम की शपथ के बाद अब मंत्रिमंडल के गठन की कवायद तेज हो गई है. जिस तरह मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा चौंकाने वाली थी इसी तरह मंत्रिमंडल का फैसला भी चौकाने वाला हो सकता है. भरतपुर जिले के पांचों विधायक प्रयासरत है. चूंकि मंत्रियों के नाम और विभागों का चयन भी दिल्ली से केंद्रीय नेतृत्व ही करेगा इसलिए विधायकों ने केंद्र में बैठे नेताओं से जुगाड़ बैठाने की कोशिश शुरू कर दी है. 


भरतपुर जिले के भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री का पद देकर बीजेपी ने पूर्वी राजस्थान को बड़ी सौगात दे दी है. जानकारों का मानना है की मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पूर्वी राजस्थान का नेता ही माना जा रहा है इसलिए किसी विधायक को मंत्री बनाना असंभव लग रहा है. वर्ष 2013 के चुनाव में भी भारतीय जनता पार्टी ने मात्र एक विधायक कृष्णेन्द्र कौर दीपा को ही मंत्री बनाया था.  


इन नेताओं और मंत्रियों से चल रही मुलाकात
भरतपुर के 5 विधायकों में कुम्हेर विधानसभा सीट से डॉ. शैलेष सिंह जीत कर पहली बार विधायक बने है. डॉ. शैलेष सिंह ने कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व राजपरिवार के सदस्य को हराया है. साथ ही डॉ. शैलेष सिंह को राजेन्द्र राठौड़ का करीबी भी माना जाता है. विधायक डॉ. शैलेश ने प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह से भी मुलाकात की है. नगर विधायक जवाहर सिंह बेढ़म भी संगठन में अच्छी पकड़ रखते हैं. जवाहर सिंह किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष और डांग विकास बोर्ड के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. सगठन में रहने के कारण मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के काफी करीब माने जाते हैं. उन्होंने भी केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह से मुलाकात की है. 


राजे के इस करीबी को मिल सकती है जगह
मंत्रीमंडल में अगर वसुंधरा राजे के कुछ विधायकों को जगह दी जाती है तो वैर विधानसभा से चुनाव जीतकर विधायक बने बहादुर सिंह कोली को मंत्री बनाया जा सकता है. बहादुर सिंह कोली चुनाव का परिणाम आने के बाद वसुंधरा राजे के पक्ष में बयान देकर सुर्ख़ियों में आए थे और अब भी वसुंधरा राजे के संपर्क में हैं. बहादुर सिंह कोली भी केंद्र के बड़े नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं कि उन्हें भी मंत्रीमंडल में शामिल किया जाए. 


केंद्रीय नेताओं के संपर्क में हैं ये विधायक
 नदबई विधानसभा सीट से कु. जगत सिंह जीत कर विधानसभा पहुंचे है. जगत सिंह पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह के बेटे हैं और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह के भांजे भी लगते हैं. अमरिन्दर सिंह अब बीजेपी में हैं और दिल्ली हाईकमान के नजदीकी माने जाते हैं. इसलिए जगत सिंह ने भी केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है.  विधानसभा चुनाव 2023 में नौक्षम चौधरी को कामां विधानसभा से चुनाव मैदान में उतारा गया था. चुनाव जीतकर नौक्षम चौधरी दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व के संपर्क में हैं.


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