Rajasthani Food: सर्दियों में सबका पसंसीदा भोजन, हर घर परोसी जाता है बाजरे का खिचड़ा और दही की कढ़ी
Rajasthan: राजस्थान में अलग-अलग मौसम के हिसाब से अलग-अलग खानपान का चलन है. खिचड़े में शुद्ध देसी घी या तिल्ली का तेल मिलाकर परोसा जाता है. इन दिनों लोग यही खाना अपने अतिथियों को भी परोसते हैं.
Rajasthani Food: राजस्थान का लजीज खानपान अपने आप में ही बहुत खास और अलग है. यहां के लोग मौसम के हिसाब से अपने खान-पान में परिवर्तन करते हैं. इन दिनों सर्दियां चल रही है, तो आज हम आपको सर्दियों में सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले खाने के बारे में बता रहे हैं. इस समय यहां गरमा गरम बाजरे का खिचड़ा और दही से बनी कढ़ी को खूब पसंद किया जा रहा है. इस जायके को आपने एक बार चख लिया तो फिर पूरे जीवन इसका स्वाद भूल नहीं पाएंगे. साथ ही सर्दियों में बाजरे का खिचड़ा खाना, शरीर के इम्यूनिटी के लिए बूस्टर साबित होता है. यह कई रोगों से भी बचाता है.
शुद्ध देसी घी मिलाकर परोसते हैं
सर्दियों के दिनों में आमतौर पर सुबह का नाश्ता बाजरे की खिचड़ी से होता है. इस बाजरे की खिचड़े में शुद्ध देसी घी या तिल्ली का तेल मिलाकर परोसा जाता है. इसके साथ दही से बनी गरमा गरम कढ़ी को मिलाकर खाने का स्वाद, कई पकवानों से भी ज्यादा स्वादिष्ट और स्वस्थवर्धक है. अगर आपके सामने बाजरे का गरमा गरम कर चिड़ावा दही से बनी कढ़ी परोसी जाए, तो आप बाजरे का खिचड़ा और कढ़ी खाने से अपने आप को रोक नहीं पाएंगे.
राजस्थान में आमतौर पर सर्दियों में भूख लगने पर घरों में 2 मिनट में मैगी की जगह 2 मिनट में बनने वाले बाजरे के खिचड़े को खाने के हर कोई दीवाने और शौकीन हैं. बच्चे, बूढ़े सभी बड़े चाह से गरमा गरम बाजरे का खिचड़ा और दही की कढ़ी का सेवन करते हैं. यहां तक कि घर आने वाले मेहमानों को भी बाजरे का खिचड़ा दही से बनी गरमा-गरम कढ़ी परोसी जाती है.
बाजरे के फायदे
सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला बाजरा पश्चिमी राजस्थान के किसानों के लिए अहम फसल है. बाजरा में प्रोटीन, फाइबर, फास्फोरस, मैग्नीशियम और आयरन जैसे आवश्यक तत्व भरपूर मात्रा में पाये जाते हैं. इसके साथ ही इसमें खनिज और प्रोटीन का भंडार है, जिसके कारण बाजरा खाने के कई शारीरिक लाभ भी हैं. बाजरा खाने से केलोस्ट्रोल कम होता है.