Rajasthan News: राजस्थान में अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) सरकार जाते ही पूर्व मंत्रियों को पुलिस कार्रवाई का डर सताने लगा है. इस बीच पिछली सरकार में राजस्व मंत्री रहे रामलाल जाट (Ram Lal Jat) ने पांच करोड़ रुपये की धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए राजस्थान हाई कोर्ट में याचिका दायर की है. जाट की ओर से दायर याचिका पर कल यानी गुरुवार को राजस्थान हाई कोर्ट में सुनवाई होगी. भीलवाड़ा के करेड़ा थाने में रामलाल जाट के खिलाफ 5 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज था. इसमें गिरफ्तारी की तलवार लटकने पर उन्होंने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. अब इस मामले में आज यानी 20 दिसंबर को सुनवाई होगी.


पूर्व मंत्री ने 14 दिसंबर को इस FIR के खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका दायर की. पूर्व राजस्व मंत्री रामलाल जाट सहित 5 लोगों के खिलाफ 17 सितंबर 2023 को कोर्ट के आदेश पर भीलवाड़ा के करेड़ा थाने में तत्कालीन थाना प्रभारी ओम प्रकाश गोरा ने धोखाधड़ी और चोरी का मामला दर्ज किया था. इस ममाले में ज्ञानगढ़ निवासी पूरणलाल पुत्र मन्नु गुर्जर, अंटाली प्रतापपुरा निवासी सूरज जाट, अंटाली निवासी महिपाल सिंह, प्रतापपुरा निवासी रामलाल जाट, प्रतापपुरा निवासी महावीर प्रसाद पुत्र रामस्वरूप चौधरी के नाम शिकायत दर्ज है.


5 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप
राजसमंद के माइनिंग व्यवसायी परमेश्वर ने आरोप लगाया था कि करोड़ों रुपये की ग्रेनाइट माइंस में 50 प्रतिशत शेयर मंत्री ने अपने छोटे भाई के बेटे और उसकी पत्नी के नाम करवाए थे. इसके बदले 5 करोड़ रुपये देने का वादा किया था, लेकिन कागज नाम होने के बाद रुपये नहीं दिए गए. जाट ने करेड़ा थाने में उनके खिलाफ दर्ज FIR 211/2023 के खिलाफ सेक्शन 482 सीआर पीसी (204) के तहत उन पर दर्ज FIR को खारिज करने और गिरफ्तारी पर रोक लगाने की अपील की है. 


क्या है पूरा मामला?
वहीं माइनिंग व्यवसायी राजसमंद के गढ़बोर निवासी परमेश्वर पुत्र रामलाल जोशी ने पुलिस को रिपोर्ट में बताया था कि वह करेड़ा के रघुनाथपुरा में मैसर्स अरावली ग्रेनि मार्मो प्रा.लि नाम से ग्रेनाइट मांइस का काम करता है. माइंस में वह डायरेक्टर और शेयर होल्डर है. कंपनी का रजिस्ट्रेशन श्याम सुंदर गोयल और चंद्रकांत शुक्ला के नाम से है. जिस समय कंपनी का रजिस्ट्रेशन हुआ था, उस समय परमेश्वर श्याम सुंदर और चंद्रकांत से 10 करोड़ रुपये मांगता था. इसके चलते इन दोनों ने माइंस के 50 प्रतिशत शेयर परमेश्वर और उसकी पत्नी भव्या जोशी के नाम पर कर दिए थे.


वहीं आरोप है कि बाकी के 50 प्रतिशत शेयर का सौदा श्याम सुंदर और चंद्रकांत ने पूर्व मंत्री रामलाल जाट से कर दिया. राम लाल जाट ने माइंस के शेयर अपने रिश्तेदार मोना चौधरी और सुरेश जाट के नाम पर करवा दिए. इन शेयर के पैसे पूर्व मंत्री राम लाल जाट को 5 करोड़ रुपये परमेश्वर, श्याम सुंदर और चंद्रकांत को देने थे. परमेश्वर जोशी ने रिपोर्ट में आरोप लगाया कि पूर्व मंत्री जाट ने अपने रिश्तेदारों के नाम शेयर के कागज ट्रांसफर होते ही 5 करोड़ रुपये देने का वादा किया था. इसके बाद 50 प्रतिशत शेयर मोना और सुरेश जाट के नाम ट्रांसफर हो गया, लेकिन मंत्री ने 5 करोड़ रुपये देने से साफ मना कर दिया. 


(भीलवाड़ा से सुरेंद्र सागर की रिपोर्ट)



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