Rajasthan News: उदयपुर एंटी करप्शन ब्यूरो ने बड़ी कारवाई को अंजाम दिया. यहां एसीबी ने 4 लाख रुपए रिश्वत लेते चित्तौड़गढ़ जिले के पीडब्ल्यूडी एक्सईइन को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार होने के बाद एसीबी अपने प्रोसेस के अनुसार आगे बढ़ी लेकिन चौंकाने वाली बात तब सामने जब एसीबी आरोपी के घर पहुंची और तलाशी लेना शुरू की. इस तलाशी में करोड़ों रुपये का खजाना सामने आया. यहीं नहीं लाखों रुपए के केस भी निकले जो पड़े-पड़े धूल खा रहे थे. अभी तो ने लोकर भी खोलने की करवाई की जाएगी जिसमें भी केस सहित अन्य दस्तावेज निकलने की संभावना है.

 

2 करोड़ रुपये के बिल पर मांगी थी साढ़े 5 लाख रुपये रिश्वत

 

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त महानिदेशक हेमन्त प्रियदर्शी ने बताया कि एसीबी की उदयपुर इकाई को परिवादी द्वारा शिकायत दी गई कि उसकी फर्म द्वारा करवाये जा रहे तीन वर्क आर्डर लागत क्रमशः 1 करोड 97 लाख, 2 करोड़ 11 लाख एवं 2 करोड़ 7 लाख रुपये के पेट करीब 2 करोड़ रुपये के कार्य किये गये हैं. जिनके पेटे विभाग द्वारा उसे 1 करोड़ रुपये का भुगतान पूर्व में किया जा चुका है.

 

उक्त कार्यों के बकाया भुगतान करीब 1 करोड़ रुपये के बिलों को पास करने की एवज में सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता राजेन्द्र प्रसाद लखारा पुराने भुगतान में कमीशन 2 लाख रुपये एवं अर्थ- वर्क के बिल भुगतान के पेटे 3 लाख 50 हजार रुपये, कुल मिलाकर 5 लाख 50 हजार रुपये रिश्वत राशि मांग कर परेशान किया जा रहा है.

 

परिवादी के अनुसार आरोपी अधिशासी अभियंता द्वारा शिकायत से पूर्व ही 1 लाख 50 हजार रुपये रिश्वत के रूप में वसूल कर लिये हैं. 4 लाख रुपये रिश्वत राशि देने के बाद ही पैडिंग बिलों को पास करने को कहा है. फिर एसीबी ने अपना जाल बिछाया और आरोपी को 4 लाख रुपए लेते गिरफ्तार किया. 

 

घर पर छापा और बैंक में तलाशी, निकला करोड़ों का खजाना

 

उन्होंने बताया की करवाई के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश ओझा के नेतृत्व एसीबी टीमों द्वारा आरोपी अधिशासी अभियंता के उदयपुर स्थिति रिहायशी में तलाशी ली. तलाशी में 24 लाख 57 हजार रुपये नगद, नोट गिनने की मशीन के साथ अचल सम्पत्ति में 10 भूखण्ड, दो आवासीय मकान 3 कृषि भूमि एवं 3 चार पहिया वाहन, 2 दो पहिया वाहन तथा दो लॉकर होने की जानकारी मिली.

 

बैंक ऑफ इण्डिया में संधारित लॉकर की तलाशी में 42 लाख 84 हजार रुपये नगद तथा सोने-चांदी के आभूषण कीमत लगभग 14 लाख 81 हजार रुपये पाये गये. आरोपी के चित्तौड़गढ़ स्थित सरकारी आवास की तलाशी में 1 लाख 30 हजार रुपये नकद मिले है. इस प्रकार आरोपी अधिशासी अभियंता के आवास एवं ठिकानों की तलाशी में 68 लाख 71 हजार रुपये से अधिक नगद एवं करोड़ों रुपये बाजार कीमत की चल-अचल सम्पत्तियों के दस्तावेज मिले हैं. एक बैंक लॉकर की तलाशी लिया जाना शेष है.