Barmer Rape Case: बकरियां चराने गई मूकबधिर लड़की से सामूहिक दुष्कर्म, 17 दिनों बाद आरोपी गिरफ्तार
Rajasthan News: धोरीमन्ना पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पीड़िता के परिजनों ने इस संबंध में बीते 24 नवंबर को दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था.
Barmer News: राजस्थान के बाड़मेर (Barmer) जिले की धोरीमन्ना थाना पुलिस ने मूकबधिर लड़की से रेप करने वाले दो आरोपियों को 17 दिन बाद गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि 24 नवंबर को बकरियां चराने गई 20 वर्षीय मूकबधिर लड़की से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया था. पीड़िता के परिजनों ने इस संबंध में पुलिस में दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से परिजन और ग्रामीण लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे थे.
बाड़मेर एसपी दीपक भार्गव ने बताया कि 24 नवंबर को 20 वर्षीय मूकबधिर बालिका बकरियां चराने गई थी, उसके साथ अज्ञात युवकों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म करने के संबंध में धोरीमन्ना पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस की टीमें बनाई गई थीं. पुलिस टीम ने 17 दिन बाद आरोपी सुनील बिश्नोई पुत्र साजन राम 21 वर्षीय निवासी गांव खोजा और भजन लाल विश्नोई पुत्र हरिराम 27 वर्ष निवासी गांव मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया है.
मूकबधिर बालिका के साथ गैंगरेप की सूचना पर एसपी दीपक भार्गव भी मौके पर पहुंचे थे. जांच टीम ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया, तकनीकी टीमों और डॉग स्क्वाड टीम से भी साक्ष्य जुटाए गए. घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी भार्गव ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नितेश आर्य और सीओ शुभकरण के सुपरविजन में थानाधिकारी सुखराम, डीसीआरबी प्रभारी हेड कांस्टेबल महिपाल सिंह की टीमों का गठन किया.
IG ने आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी के दिए थे आदेश
इस मामले में में बालिका के बोल और सुन नहीं पाने और घटना का कोई भी चश्मदीद गवाह नहीं होने के कारण, अज्ञात आरोपियों को नामजद करना पुलिस के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती थी. मामले को तूल पकड़ता देख आईजी रेंज द्वारा हस्तक्षेप कर अज्ञात आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश दिए गए थे.
विशेष टीमों द्वारा प्रकरण में बारीकी से अनुसंधान कर तकनीकी सूचना के आधार पर कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए, अज्ञात दोनों आरोपियों सुनील विश्नोई और भजन लाल बिश्नोई को नामजद कर गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की. इस कार्रवाई में डीसीआरबी प्रभारी महिपाल सिंह और तकनीकी सेल में कॉन्स्टेबल मोहनलाल की विशेष भूमिका रही.
यह भी पढ़ें: